कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिये जबलपुर में कार्यशाला
भोपाल, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि कृषि अधो-संरचना मद (एआईएफ) के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश प्रथम स्थान पर है। मंत्री श्री पटेल कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिये एमपी फार्म गेट एप तथा आईएएफ अंतर्गत कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर में कार्यशाला में संबोधित कर रहे थे।
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मध्यप्रदेश की उद्यमशील महिला कृषकों पर पूरा विश्वास
कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिये हुई कार्यशाला के दूरगामी परिणाम होंगे। मध्यप्रदेश की उद्यमशील महिला कृषकों पर पूरा विश्वास है कि वे नया मुकाम हासिल करेंगी। एमडी मण्डी बोर्ड जी.बी. रश्मि और उप संचालक एआईएफ पूजा सिंह ने भी संबोधित किया।
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महिला कृषकों की भागीदारी को बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा
कार्यशाला में कृषि अधो-संरचना मद (एआईएफ) एवं एमपी फार्म गेट एप पर कृषकों एवं महिला कृषकों की भागीदारी को बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा हुई। इसमें 300 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए। कृषि, नाबार्ड, उद्यानिकी, एपीडा, बैंक एवं अन्य संस्थाओं के विशेषज्ञों ने जानकारी दी। एआईएफ योजना में कृषि अधो-संरचना निर्माण के लिये 3 प्रतिशत ब्याज छूट पर बैंक से ऋण लेकर वेयर-हाउस, कस्टम हायरिंग सेंटर, कोल्ड-स्टोरेज, ग्रेडिंग यूनिट, प्रायमरी प्रोसेसिंग यूनिट आदि के कार्य किये जा रहे हैं।
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मध्यप्रदेश में एआईएफ योजना में अभी तक 5070 प्रकरण में 3930 करोड़ 63 लाख रूपये स्वीकृत कर मध्यप्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। अब तक इसमें 4552 प्रकरण में 3040 करोड़ रूपये की राशि वितरित की जा चुकी है, जो कि दूसरे राज्यों की तुलना में सर्वाधिक है।