प्रदेश के 17 जिलों में उद्यानिकी विभाग कराएगा फल, सब्जी और मसाला फसलों की खेती

प्रदेश के 17 जिलों में उद्यानिकी विभाग कराएगा फल, सब्जी और मसाला फसलों की खेती

मसाला फसलों के उन्नत किस्मों के बीजों को खरीदे विभाग

भोपाल । फल, सब्जी और मसाला फसलों की उन्नत किस्म के बीजों को केरल, असम सहित अन्य राज्यों से भी उद्यानिकी विभाग खरीदेगा। उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने 17 जिलों के सब्जी, फल मसाला फसलों के उत्पादक किसानों से वर्चुअली संवाद करने के बाद अधिकारियों को यह निर्देश दिये। राज्य मंत्री निवास स्थित कार्यालय से प्रदेश के सब्जी, फल और मसाला उत्पादक किसानों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा कर रहे थे। श्री कुशवाह ने कहा कि प्रदेश के 52 जिलों में जिन जिलों को मसाला खेती, सब्जी खेती और फल की खेती के लिये चुना गया है। उन जिलों में इन फसलों के उत्पादन से जुड़े किसानों से सीधी बातचीत कर किसानों की जमीनी जरूरतों को समझने का प्रयास है। वर्चुअली कार्यक्रम में राज्य मंत्री श्री कुशवाह के साथ आयुक्त उद्यानिकी श्री एम.के. अग्रवाल और सभी 17 जिलों के उद्यानिकी जिला कार्यालयों उद्यानिकी अधिकारियों के साथ किसान बंधु मौजूद थे।

किसानों को जिस प्रजाति और किस्म का बीज चाहिए है वह उपलब्ध कराया जाएगा

मसाला फसलों के उत्पादक किसानों ने कहा कि केरल, असम और अन्य राज्यों में उन्नत किस्मों के बीज उपलब्ध रहते है। इस पर राज्यमंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि किसानों को जिस प्रजाति और किस्म का बीज चाहिए है। वह उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इन राज्यों से मसाला फसलों और सब्जी के बीजों को विभाग खरीदे और किसानों को उपलब्ध करायें। राज्यमंत्री ने कहा कि भण्डारण एवं प्र-संस्करण के किसानों के बैंकों को दिये गये प्रोजेक्ट को समय-सीमा स्वीकृत कराने के पहले करेंगे। किसानों द्वारा दिये गये सुझावों का डाक्यूमेंटेशन करने का अधिकारियों को राज्यमंत्री श्री कुशवाह ने निर्देश दिये।

राज्यमंत्री श्री कुशवाह ने एक जिला-एक उत्पाद में मसाला फसलों में अदरक के लिये चयनित बड़वानी, टीकमगढ़, निवाड़ी, लहसुन के लिये मंदसौर और रतलाम, हरी मिर्च के लिये खरगौन, हल्दी के लिये रीवा एवं शहडोल और धनिया के लिये गुना और नीमच के किसानों से संवाद किया। फल में सीताफल के लिये अलीराजपुर, धार, सिवनी, आम के लिये अनुपपुर, बैतूल, सीधी, सिंगरौली एवं उमरिया, अमरूद के लिये भोपाल, होशंगाबाद, सीहोर, श्योपुर, केला के लिये बुरहानपुर, संतरा के लिये आगर-मालवा, राजगढ, और आंवला के लिये पन्ना जिले के किसानों से संवाद किया। सब्जियों में प्याज के लिये एक फसल-एक उत्पाद में चयनित हरदा, खण्डवा, शाजापुर, विदिशा और उज्जैन जिलों के किसानों से चर्चा की।