किसानों के लिए उपयोगी है ये ऐप, घर बैठे मिलेगी सब जानकारी, हल होगी कई समस्याएं

किसानों के लिए उपयोगी है ये ऐप, घर बैठे मिलेगी सब जानकारी, हल होगी कई समस्याएं

नई दिल्ली, मोदी सरकार एक ऐसे WhatsApp सर्विस की शुरुआत करने की योजना पर काम कर रही है जो ChatGPT बेस्ड टेक्नोलॉजी पर काम करेगी। भारत सरकार का इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) सरकारी योजनाओं को समझने में भारतीय किसानों की सहायता के लिए एक व्हाट्सएप चैटबॉट विकसित कर रहा है। रिपोर्टों के अनुसार, चैटबॉट को भाषिनी नाम की एक छोटी टीम विकसित कर रही है। यह यूजर्स की पूछताछ के दौरान सही जवाब देने के लिए चैटजीपीटी से उत्पन्न डेटा का उपयोग करेगी। यह चैटबॉट यूजर्स के वॉयस मेमो आने पर चैटजीपीटी के माध्यम से तैयार ध्वनि-आधारित प्रतिक्रिया भी दे सकता है। WhatsApp सर्विस ChatGPT बेस्ड

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अपनी आवाज में कर सकते हैं सवाल 
व्हाट्सएप चैटबॉट पर उपयोगकर्ता अपनी आवाज में सवाल कर सकता है। भारत में कई किसान स्मार्टफोन पर टाइप करना नहीं जानते हैं। ऐसे में यह चैटबॉट इस तरह के किसानों के लिए मददगार साबित होगा। खास बात यह है कि स्मार्टफोन पर टाइप न कर पाने वाले किसान सिर्फ बोलकर सवाल कर सकते हैं।

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कृषि क्षेत्र में नवाचार (इनोवेशन) और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा 
अपने संबंधित क्षेत्रों के साथ कृषि भारत में आजीविका का सबसे बड़ा स्रोत है। देश के 70 प्रतिशत ग्रामीण परिवार अब भी अपनी आजीविका के लिए मुख्य रूप से कृषि पर ही निर्भर हैं। लगभग 82 प्रतिशत किसान छोटे और सीमांत हैं। भारत दूध, दालों और जूट का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है। चावल, गेहूं, गन्ना, मूंगफली, सब्जियां, फल और कपास का भारत दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। मानव जाति का सबसे महत्वपूर्ण और पुराने पेशों में से एक कृषि वक्त के साथ आज बिल्कुल बदल गई है। लगातार बढ़ती आबादी के साथ कृषि उत्पादों की मांग बढ़ी है मगर हमारे पास संसाधन पूरे नहीं हैं। इसने कृषि क्षेत्र में नवाचार (इनोवेशन) और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दिया है। WhatsApp सर्विस ChatGPT बेस्ड

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मार्गदर्शन और सहायता प्रदान कर सकता है ऐप
पारंपरिक तरीके से खाद्य उत्पादन मौजूदा भारी मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसे में कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के माध्यम से तकनीकी विकास का काम किया जा रहा है। ऐसे में चैटबॉट किसानों को खेती से संबंधित विषयों पर काफी व्यापक तौर पर जानकारी, मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करके उनकी भरसक मदद कर सकता है। इसका उपयोग किसानों को सब्सिडी, बीमा और ऋण जैसे खेती से संबंधित सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देने और आवेदन प्रक्रिया में उनका मार्गदर्शन करने में किया जा सकता है। चैटबॉट्स का किसानों को एक फायदा यह भी हो सकता है कि उन्हें बगैर जटिल माध्यम में जाने के सभी जानकारी सीधी मिल सकती है। WhatsApp सर्विस ChatGPT बेस्ड

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सेकेंडों में प्रदान कर सकता है जानकारी 
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के उपयोग के साथ चैटबॉट्स को आंकड़ों के साथ प्रशिक्षित करते हुए विकसित किया जाता है। वह एआई के माध्यम से कई भाषाओं को समझ सकता है। प्राकृतिक रूप से लैंग्वेज प्रोसेसिंग करके विकसित किए गए चैटबॉट किसानों के प्रश्नों का उनकी ही भाषा में सीधे जवाब दे सकता है। या उन्हें किसी विशेषज्ञ से जोड़ कर उन्हें जरूरी जानकारी दिलवा देता है। इसके अलावा चैटबॉट किसानों को मौसम के पूर्वानुमान, फसल की कीमतों और फसल से संबंधित दूसरी जानकारी सेकेंडों में प्रदान कर सकता है। यह किसानों को यह फसल बोने, फसल काटने या बेचने के बारे में सही निर्णय लेने में सहायता करता है। किसान फसल प्रबंधन, कीट नियंत्रण, मिट्टी के स्वास्थ्य और खेती से संबंधित दूसरे विषयों से संबंधित प्रश्न भी पूछ सकते हैं और उन्हें इनका तत्काल उत्तर या सिफारिश मिल जाती है। WhatsApp सर्विस ChatGPT बेस्ड

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विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और दूसरे पेशेवरों से जोड़ सकता है
जरूरत पड़ने पर चैटबॉट किसानों को कृषि विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों और दूसरे पेशेवरों से जोड़ सकता है, जो उन्हें व्यक्तिगत सलाह और सहायता प्रदान कर सकते हैं। इस प्रकार किसानों को समय पर सटीक जानकारी और सहायता प्रदान करके चैटबॉट खेती की उत्पादकता में सुधार करने, फसल के नुकसान को कम करने और पैदावार बढ़ाने में मदद कर सकता है। WhatsApp सर्विस ChatGPT बेस्ड

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