अब ग्राम पंचायत स्तर पर जान सकेंगे अगले 5 दिन के मौसम का हाल, जानिए कैसे 

अब ग्राम पंचायत स्तर पर जान सकेंगे अगले 5 दिन के मौसम का हाल, जानिए कैसे 

नई दिल्ली। देश में अब ग्राम पंचायत स्तर पर अगले पांच दिनों का मौसम पूर्वानुमान जान सकेंगे। यह पूर्वानुमान ई-ग्राम स्वराज पोर्टल, ग्राम मानचित्र और मेरी पंचायत मोबाइल एप पर देखा जा सकता है।

ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम पूर्वानुमान” की शुरुआत 

24 अक्टूबर 2024 को केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह ने विज्ञान भवन, नई दिल्ली में “ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम पूर्वानुमान” की शुरुआत की। इस पहल के तहत, ग्राम पंचायतों को हर घंटे और पांच दिनों का विस्तारित मौसम पूर्वानुमान उपलब्ध कराया जाएगा। यह कदम विशेष रूप से ग्रामीण समुदायों और किसानों के लिए मददगार साबित होगा। इससे किसानों को आपदा प्रबंधन और खेती के लिए बेहतर योजना बनाने में भी मदद मिलेगी।

किसानों और ग्रामीणों को सीधे लाभ मिलेगा

इस कार्यक्रम में पंचायती राज मंत्री के साथ विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। यह पहल पंचायती राज मंत्रालय द्वारा भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सहयोग से शुरू की गई है। इस पहल से देश भर के किसानों और ग्रामीणों को सीधे लाभ मिलेगा, जमीनी स्तर पर शासन व्यवस्था मजबूत होगी और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा मिलेगा।

एक घंटे से लेकर अगले पांच दिन की जानकारी

आईएमडी के निदेशक डा मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि इस सेवा के जरिए कोई भी ग्रामीण अपने ग्राम पंचायत का, तहसील का नाम, जिले का नाम या अपना पिनकोड लिखकर मौसम पूर्वानुमान हासिल कर सकता है। यही नहीं यहां यह भी विकल्प है कि एक घंटे से लेकर अगले पांच दिन का मौसम पूर्वानुमान जान सकते हैं।

ग्राम पंचायतों को मिलेगा मौसम संबंधी हर अपडेट

इस योजना के तहत ई-ग्राम स्वराज पोर्टल के माध्यम से ग्राम पंचायतों को  मौसम संबंधी पूर्वानुमान हर घंटे उपलब्ध कराया जाएगा। यही नहीं पंचायती राज प्रतिनिधियों को एसएमएस के माध्यम से मौसम की जानकारी समय रहते दी जाएगी।

खेती की योजना बनाने में मददगार

इस पहल से किसानों को खेती से जुड़ी प्रमुख गतिविधियों, जैसे बुवाई, सिंचाई और कटाई की योजना बनाने में मदद मिलेगी। यह ग्रामीण क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन को भी मजबूत करेगा, जिससे प्राकृतिक आपदाओं के समय स्थानीय स्तर पर सही फैसले लिए जा सकें। सरकार के 100 दिन के एजेंडे के तहत यह पहल गांवों को जलवायु-अनुकूल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

किसानों के फायदेमंद तीन मोबाइल एप

ग्राम पंचाायतों में कुशल शासन, परियोजना ट्रैकिंग और संसाधन प्रबंधन के लिए ई-ग्रामस्वराज पोर्टल है, जो पंचायतों को सक्षम बनाता है। मेरी पंचायत ऐप, जो नागरिकों को स्थानीय प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने और मुद्दों की रिपोर्ट करने की अनुमति देकर सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ावा देता है। ग्राम मंच, एक स्थानिक नियोजन उपकरण जो विकास परियोजनाओं के लिए भू-स्थानिक अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। 

उपकरणों के प्रयोग की दी जानकारी

इस कार्यक्रम के दौरान एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन भी किया गया, जिसमें पंचायती राज के प्रतिनिधियों और राज्य स्तर के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिनिधियों को मौसम पूर्वानुमान के उपकरणों का सही ढंग से उपयोग करने की जानकारी देना था, ताकि वे अपने गांवों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने और मौसम की अनिश्चितताओं से निपटने में सक्षम हो सकें।

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