उद्यानिकी फसलों से किसान होंगे खुशहाल

उद्यानिकी फसलों से किसान होंगे खुशहाल

परंपरागत खेती की जगह आधुनिक खेती दिया जाए बढ़ावा

dhanajy tiwari
रीवा। उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने तथा विस्तार करने के लिए प्रदेश के 20 आदर्श विकासखंडों का चयन किया गया है। इसमें रीवा जिले के रीवा विकासखंड का चयन आदर्श विकासखंड के रूप में किया गया है। चयनित आदर्श विकासखंडों में सब्जी विस्तार, फल विस्तार, मशाला विस्तार, औषधि विस्तार किया जाएगा। इससे किसान के जीवन स्तर में आमूल-चूल परिवर्तन होगा। किसानों को समृद्धशाली बनाने के लिए जरूरी है कि वे रबि और खरीफ की खेती के साथ ही उद्यानिकी फसलों को अपनाएं।

यह बात प्रदेश उद्यानिकी खाद्य प्रसंस्करण तथा नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार भरत सिंह कुशवाह ने रीवा में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण कृषक प्रशिक्षण शिविर के शुभारंभ के दौरान कही। इस दौरान रीवा कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित उद्यानिकी प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम के दौरान कलेक्टर इलैयाराजा टी, जिला पंचायत सीईओ स्वप्निल वानखेड़े, संयुक्त संचालक उद्यान जेपी कोलेकर, सहायक संचालक उद्यान योगेश पाठक सहित प्रगतिशील किसान मौजूद थे।

धर्मजय सिंह का गुलाब हवाई जहाज से जा रहा बाहर

राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि रीवा जिले में उद्यानिकी फसलों के विस्तार के लिए खाद्य प्रसंस्करण यूनिट की स्थापना की जाए ताकि किसान समृद्धि शाली बनें। आधुनिक तकनीक एवं खेती अपनाकर रकरी ग्राम के प्रगतिशील किसान धर्मजय सिंह करोड़ों रुपए का टर्न ओवर कर रहे हैं उनके द्वारा उत्पादित गुलाब हवाई जहाज से बाहर भेजे जाते हैं। उन्होंने कहा कि रीवा में फूड प्रोसेसिंग पार्क स्थापित किया जाए। 

सुंदरजा के लिए चुना गया रीवा

मंत्री ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद के तहत रीवा जिले का चयन सुंदरजा आम के लिए किया गया है। किसानों को इस योजना के तहत फूड प्रोसेसिंग का लाभ दिया जाएगा। आगे चल कर जो किसान उद्यानिकी फसलों का उत्पादन करेंगे उन्हें चेन फेसिंग के लिए क्रमश: 70 प्रतिशत, 60 प्रतिशत और 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। किसान उद्यानिकी फसलों को अपनाकर आत्मनिर्भर बने। उद्यान विभाग नर्सरी में किसानों की मांग के अनुरूप ही पौधों का उत्पादन करे। 

कृषि के क्षेत्र में क्रांति आयी 

वहीं भाजपा विधायक राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि समृद्ध शाली बनने के लिए आवश्यक है कि किसान परंपरागत खेती के साथ ही आधुनिक खेती को अपनाएं। रीवा जिले में सिंचाई के लिए पानी और बिजली मिलने से कृषि के क्षेत्र में क्रांति आयी है। उद्यानिकी फसलों को अपनाने के लिए किसानों को जागरूक किया जाए। उद्यानिकी फसलों के उत्पादन के लिए अनुदान दिया जाए तो किसान इसे शीघ्र अपनाएंगे। 

किसानों को मिले अनुदान

विधायक केपी त्रिपाठी ने कहा कि उद्यानिकी फसलों को अपनाकर किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे। उद्यानिकी फसलों की सुरक्षा के लिए किसानों को चैन फसिंग के लिए अनुदान दिया जाए। जिला पंचायत के कृषि समिति के सभापति ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।