रिसर्च में खुलासा: गहरी जुताई नुकसानदायक, बिगड़ जाती है मिट्टी की संरचना
खरगोन। अधिक उत्पादन के लिए किसान भाई अगर अपने खेतों में लगातार गहरी जुटाई करते हैं, तो आने वाले समय में इससे उन्हें भारी नुकसान उठना पड़ सकता है। जी हां, अनुसंधान ने पाया है की खेतों में लगाकर गहरी जुटाई करने से जमीन में मिट्टी की संरचना बिगड़ती है। साथ ही मिट्टी में ऑर्गेनिक कार्बन की कमी आ जाती है। जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ता है। खरगोन कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जीएस कुलमी ने बताया है कि खेतों में गहरी जुताई के फायदे भी है और नुकसान भी है। फायदों की बात की जाएं तो मिट्टी की गहरी जुताई करने से सूर्य की सीधी रोशनी मिट्टी में पडऩे से वायु संचार बढ़ता है। और मिट्टी में मौजूद कीड़े मर जाते हैं। खरपतवार भी देखने को नहीं मिलेंगे। अगर वर्षा ऋतु में सुखा पड़ जाता है तो भी खेतों में नमी बनी रहती है। लेकिन, लगातार गहरी जुताई करने से खेतों को भारी नुकसान पहुंचता है।
गहरी जुताई के नुकसान
कृषि वैज्ञानिक डॉ. कुलमी ने कहा की अभी अनुसंधान से पता चला है कि वैज्ञानिक द्वारा गहरी जुताई से किसानों को परहेज रखने के लिए कहा जा रहा है। क्योंकि, लगातार गहरी जुताई करने से मिट्टी की संरचना बिगड़ती है, जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ता है। उन्होंने बताया की गहरी जुताई करने से जमीन खुल जाती है। जिससे जमीन के अंदर का ऑर्गेनिक कार्बन धूप में उडऩे लगता है और जमीन में ऑर्गेनिक कार्बन की कमी हो जाती है। पता चला है कि लगातार गहरी जुताई करने से आने वाले समय में उत्पादन में कुछ कमी आती है। इसलिए किसान भाईयों को हर साल गहरी जुताई नहीं करना चाहिए। गहरी जुताई को तीसरे या चौथे साल में ही करना चाहिए। जिससे गहरी जुताई का दुष्प्रभाव भी सामने नहीं आएगा और फायदा भी मिलेगा।