G-20 सम्मेलन: बेहतर भविष्य के लिए टिकाऊ कृषि पद्धति जरूरी: सिंधिया
इंदौर, भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत कृषि कार्य समूह की चल रही पहली बैठक के दूसरे दिन केंद्रीय नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जी 20 प्रतिनिधियों को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव में भारत द्वारा जी 20 की अध्यक्षता ग्रहण करना देश के लिए गर्व का स्रोत है।
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— Office Of JM Scindia (@Officejmscindia) February 14, 2023
भारत "वसुधैव कुटुम्बकम" के मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है
इसके अलावा उन्होंने इस सम्मेलन में कृषि के लिए 3-S रणनीति के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हमें कृषि पारिस्थितिकी तंत्र में 3-एस रणनीति - स्मार्ट, टिकाऊ और सर्विंग को अवश्य अपनाना चाहिए और साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत "वसुधैव कुटुम्बकम" के मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है। देखा जाए तो भारत बाजरा के अंतरराष्ट्रीय वर्ष के हिस्से के रूप में दुनिया को स्वास्थ्य और पोषण मूल्यों की पेशकश कर रहा है। कृषि विस्तार के लिए निवेश की आवश्यकता है। इस साल के बजट का फोकस कृषि है।
माननीय केंद्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने इंदौर में #G20, कृषि कार्य समूह बैठक के दूसरे दिन G20 समूह के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों से हाथ मिलाकर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।#agrigoi #ADM2023 #G20agri2023 @g20org pic.twitter.com/mbgoVPNnaJ
— Agriculture INDIA (@AgriGoI) February 14, 2023
कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक के महत्व पर जोर
सिंधिया ने यह भी कहा कि बेहतर भविष्य के लिए टिकाऊ कृषि पद्धतियों को लागू किया जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक के महत्व पर भी जोर दिया। ताकि किसानों को खेती-बाड़ी में नई तकनीकों से सहायता प्राप्त हो सके।
वैश्विक खाद्यान्न की मांग 2030 तक 345 मिलियन टन बढ़ने की उम्मीद
इंदौर में जी-20 कार्यक्रम के उद्घाटन के दौरान, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां कहा था कि वैश्विक खाद्यान्न की मांग 2030 तक 345 मिलियन टन बढ़ने की उम्मीद है, जो 2000 में 192 मिलियन टन थी। उन्होंने इस तथ्य पर गर्व व्यक्त किया कि भारत दुनिया की खाद्यान्न आवश्यकताओं को पूरा करता है।
बैठक के नतीजे देश और दुनिया के समाधान के प्रावधान में मदद करेंगे
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंदौर में जी-20 का तीसरा दिन प्रमुख डिलिवरेबल्स पर AWG विचार-विमर्श के लिए समर्पित होगा। यह एक तकनीकी सत्र होगा, जिसमें सभी संबंधित सहयोगियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की बातचीत और भागीदारी होगी। इस कार्यक्रम में G20 सदस्य देशों सहित 30 देशों के लगभग 100 प्रतिनिधि भाग लेंगे। बैठक में खाद्य सुरक्षा , सतत कृषि, पोषण और खाद्य प्रणाली, और कृषि परिवर्तन के लिए डिजिटलीकरण जैसे कृषि मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक के नतीजे देश और दुनिया के समाधान के प्रावधान में मदद करेंगे। यह आयोजन भारत को जी 20 प्रतिनिधियों और मेहमानों को अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने का अवसर भी प्रदान करता है।