मिट्टी में जैविक कार्बन कम कम होना चिंता का विषय: आचार्य देवव्रत
पहली हरित क्रांति के दौरान मिट्टी में 2.5 जैविक कार्बन था और वर्तमान में मिट्टी में 0.5 से भी कम
सोलन, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना को बढ़ावा देने के लिए जमीनी स्तर पर काम करना होगा। इसके लिए वैज्ञानिकों को विश्वविद्यालयों और प्रयोगशालाओं में किए जाने वाले अनुसंधान को खेतों में जाकर करना होगा। उन्होंने यह बात नौणी विवि में राष्ट्रीय कृषि विज्ञान केंद्र सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के पूर्व राज्यपाल आचार्य देवव्रत के प्रयासों की सराहना की।
समय की मांग है प्राकृतिक खेती
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने देशभर में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय बजट में विशेष प्रावधान किया है। गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि भारत में पहली हरित क्रांति के दौरान मिट्टी में 2.5 जैविक कार्बन था और वर्तमान में मिट्टी में 0.5 से भी कम कार्बन है, जो चिंता का विषय है। आज समय की मांग है कि हम प्राकृतिक खेती को अपनाएं।
उर्वरकों का कई गुना बढ़ा प्रयोग: नरेंद्र सिंह
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने नई दिल्ली से कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि भारत विकास के क्षेत्र में विश्व भर में अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि पहले कृषि में उर्वरकों का कम से कम उपयोग होता था, जो वर्तमान में कई गुना बढ़ गया है।
देश में अनाज का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि किसानों की कड़ी मेहनत से देश में अनाज का रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है। आईसीएआर के निदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्रा ने कहा कि आईसीएआर आज देशभर के किसानों के लिए विश्वास के प्रतीक के रूप में उभरा है।