दवा के छिड़काव से बर्बाद हुई सोयाबीन की फसल, किसान ने थाना परिसर में किया आत्मदाह
anil dubey
सागर। कीट और खरपतवारनाशी दवा के छिड़काव से सोयाबीन की फसल खराब होने से परेशान किसान ने मंगलवार को बण्डा थाने में आत्मदाह कर लिया। लपटों से घिरे किसान को उसके परिजन व पुलिसकर्मियों ने आग की लपटों को बुझाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किसान ने एक दिन पहले भी घर में फंदे पर झूलकर आत्महत्या की कोशिश की थी, लेकिन परिजनों ने उसे बचा लिया था।
50 फीसदी झुलस चुका था
जानकारी के अनुसार चौका भेड़ा निवासी किसान शीतल रजक मंगलवार दोपहर थाने पहुंचा और बाइक से उतरते ही अपने ऊपर बोतल से कैरासिन छिड़ककर माचिस से आग लगा ली। उसके पीछे- पीछे दौड़ते हुए पहुंचे परिजनों ने कपड़े से आग बुझाने की कोशिश की। चीख- पुकार सुनकर पुलिसकर्मी भी थाने से बाहर दौड़े और बोरी व पानी से आग पर काबू पाया। तब तक शीतल रजक 50 फीसदी झुलस चुका था। उसे पुलिस ने तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जहां भर्ती कर उपचार किया जा रहा है।
कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ उसकी फसल का परीक्षण भी कराया गया
बण्डा टीआइ अनूप सिंह के अनुसार किसान शीतल रजक ने थाना परिसर में आग लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया है। किसान अपनी फसल खराब होने की वजह से परेशान था। उसने बरा चौराहा स्थित एक बीज भंडार से कीटनाशक और खरपतवारनाशी दवा खरीदी थी, लेकिन इसके छिड़काव से फसल चौपट हो गई। किसान की शिकायत पर कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ उसकी फसल का परीक्षण भी कराया गया है, जिसकी रिपोर्ट आने पर संबंधित पर कार्रवाई की जाएगी।