वैज्ञानिकों की मध्यप्रदेश को कृषि में अग्रणी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका : केन्द्रीय कृषि मंत्री

वैज्ञानिकों की मध्यप्रदेश को कृषि में अग्रणी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका : केन्द्रीय कृषि मंत्री

जवाहरलाल नेहरू कृषि वि.वि. का 59वाँ स्थापना दिवस समारोह

भोपाल, मध्यप्रदेश को कृषि के क्षेत्र में अग्रणी बनाने में कृषि वैज्ञानिकों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के 59 वें स्थापना दिवस समारोह को वर्चुअली संबोधित करते हुए यह बात कही। प्रदेश के किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मार्गदर्शन में प्रदेश में किसानों को लाभान्वित करने के समग्र प्रयास किए जा रहे हैं। 

सांसद राकेश सिंह, राज्य सभा सांसद विवेक कृष्ण तन्खा, सहायक महानिदेशक (बीज) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद डॉ. बी. के यादव भी उपस्थित रहे। स्थापना दिवस समारोह कुलपति जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय डॉ. प्रदीप कुमार बिसेन की अध्यक्षता में हुआ। यह समारोह शनिवार को ऑनलाइन हुआ। 

केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने कहा कि आज मध्यप्रदेश खेती के क्षेत्र में अग्रणी राज्य है। इसकी बुनियाद में कृषि विश्वविद्यालय, कृषि विज्ञान केंद्रों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जबलपुर कृषि विश्वविद्यालय उत्कृष्ट संस्थान के रूप में देशभर में जाना जाता है। यह मध्यप्रदेश कृषि क्षेत्र के लिए गौरव का विषय हैं। विश्वविद्यालय का, स्थापना से आज तक म.प्र. में कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाने, उन्नत बनाने और किसानों को फायदा पहुँचाने में बहुत योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को खेती-किसानी के क्षेत्र में प्रतिष्ठित पुरस्कार "किसान कर्मण अवार्ड" लगातार मिलने पर प्रदेश के किसानों, जनता और वैज्ञानिकों को बहुत-बहुत बधाई।

केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर ने कहा कि प्रतिकूल परिस्थितियों में भी कृषि क्षेत्र की सकल घरेलू उत्पाद दर बहुत सकारात्मक रही। उन्होंने कहा कि खेती में आधुनिक तकनीक का प्रयोग बढ़ना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा किसान नवीन एफपीओ से जुड़े। इस परियोजना पर केंद्र सरकार 6,865 करोड़ रूपये खर्च कर रही है। छोटे किसान मशीनीकरण का लाभ लेंगे, टेक्नालाजी का उपयोग करेंगे, नगदी फसलों की ओर जाएंगे और प्रोसेसिंग के साथ ही सरकारी सुविधाओं का उपयोग करेंगे तो निश्चित ही उन्हें बेहतर लाभ होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के रूप में एक सुरक्षा कवच किसानों को उपलब्ध कराया है। बीते 6 वर्ष से किसानों को हुए फसलों के नुकसान की भरपाई के रूप में 122 लाख करोड़ रूपये प्रदान किए गए हैं। 

कृषि मंत्री श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की किसान कल्याणकारी योजनाओं का प्रदेश में सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है। साथ ही मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा किसानों के हित में लिए गए निर्णय और योजनाओं के क्रियान्वयन से किसानों के समग्र सशक्तिकरण के लिए निरंतर प्रयत्न किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए प्राकृतिक कृषि बोर्ड गठित किया गया है।  विश्वविद्यालय में भी प्राकृतिक और जैविक खेती विभाग गठित करेंगे। साथ ही मध्यप्रदेश की कृषि फसलों की पुरानी किस्मों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिये वैज्ञानिकों द्वारा महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय कृषकों की उन्नति और प्रगति के लिए समस्याओं का त्वरित समाधान करें। कृषि विज्ञान केन्द्र में ओ. पी. डी. बेहतर कार्य करें। 

कुलपति डॉ. बिसेन ने कहा कि मध्यप्रदेश को सोया राज्य बनाना, एक वर्ष के समय अंतराल में 3 महत्वपूर्ण पेटेंट प्राप्त करना, 5 वर्ष के अंतराल में 45 उन्नतशील फसलों की किस्मों का तैयार करना एवं शैक्षणिक उत्कृष्टता के क्षेत्र में गेट परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय, चतुर्थ एवं आठवी रैंक और नेट परीक्षा में 143 छात्र-छात्राओं द्वारा सफलता प्राप्त करना विश्वविद्यालय की कृषि शिक्षा की उत्कृष्टता को दर्शाता है।

विशिष्ट उपलब्धियों के लिए दिए गए पुरस्कार
स्थापना दिवस समारोह में लाईफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड-2022 डॉ. चंद्रकांत टेकचदानी  पूर्व अधिष्ठाता कृषि अभियांत्रिकी संकाय जनकृविवि जबलपुर, जनकृविवि स्टार एल्युमिनस सम्मान जवाहर रत्न अवार्ड 2022 डॉ. सत्य प्रकाश तिवारी पूर्व उप महानिदेशक शिक्षा एवं स्वास्थ्य विज्ञान आईसीआर, डॉ. दिनेश कुमार मारोठिया पूर्व अध्यक्ष कृषि लागत एवं मूल्य आयोग कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय एवं डॉ पवन कुमार अहिरवार जिला पंजीयक एवं कलेक्टर इंदौर, कृषक फैलो सम्मान-2022 वसुंधरा जयंत मेहता दमोह, ओम ठाकुर सिवनी, सुमित चौरसिया पन्ना और आशीष कुमार जायसवाल जिला सिवनी को प्रदान किया गया।उत्कृष्ट आदिवासी महिला कृषक सम्मान -2022 श्रीमती सोनिया आदिवासी जिला रीवा, श्रीमती रामाबाई आदिवासी जिला टीकमगढ़, श्रीमती दुर्गाबाई जिला धार को दिया गया, बेस्ट टीचर अवार्ड-2021-22 डॉ.अनीता बब्बर प्राध्यापक पौध प्रजनक एवं आनुवांशिकी विभाग कृषि महाविद्यालय जबलपुर एवं बेस्ट स्टूडेन्ट अवार्ड 2021-22 हेतु कुमारी श्रेयांशी सिंह को प्रदान किया गया।

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