केसली जपं अध्यक्ष अतुल भाई ने बेटियों की पढ़ाई के लिए दान कर दी अपनी सात एकड़ जमीन

केसली जपं अध्यक्ष अतुल भाई ने बेटियों की पढ़ाई के लिए दान कर दी अपनी सात एकड़ जमीन

केसली जपं के अध्यक्ष अतुल भाई बोले-राजनीति केवल माध्यम, लक्ष्य जन सेवा के साथ विकास 

anil dubey
सागर। वक्त बदला, बदलते वक्त के साथ बदली मानव समाज की जरूरतें और इसके साथ ही बदली समाज में विकास की परिभाषा। मूलभूत सुविधाओं तक सिमटे विकास का विस्तार भी जरूरतों के साथ बदलता जा रहा है। जनपद पंचायत केसली से जुड़े विकास के कुछ ऐसे सवालों के जवाब हम जानेंगे केसली जनपद पंचायत अध्यक्ष अतुल भाई डेवाडिय़ा से 'जागत गांव हमारÓ के संपादक अनिल दुबे से हुई बातचीत के मुख्य अंश-

सवाल: वर्ष 2015 में आप ने जनपद पंचायत अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला, तब से लेकर अब तक आपने विकास को कितनी प्राथमिकता दी?
जवाब: क्षेत्र को समृद्ध बनाने के लिए हर तरह का डेवलपमेंट जरूरी है और मैंने प्राय: सभी पहलुओं पर विकास कराने का हर संभव प्रयास किया है। हालांकि मेरी प्राथमिकता में शिक्षा, स्वास्थ्य और साई विषय हमेशा से ही शामिल रहे हैं। 

सवाल: क्षेत्र में शिक्षा के लिए आपने क्या प्रयास किया और कितनी सफलता मिली?
जवाब: ग्रामीण इलाकों में अक्सर हायर एजूकेशन की व्यवस्था नहीं होती और ऐसे में कई विद्यार्थी आर्थिक और सामाजिक कारणों से दूसरे शहरों में जाकर अपनी शिक्षा पूरी नहीं कर पाते। अधिकतर इस समस्या से लड़कियों को रूबरू होना पड़ता है। इन समस्याओं का एक ही हल था कि केसली में कॉलेज की स्थापना हो। कॉलेज निर्माण में पहली अड़चन थी पर्याप्त सरकारी भूमि बस्ती में न होना। ऐसे में मैंने अपनी साढ़े सात एकड़ पैतृक जमीन दान कर दी और आज इसके सकारात्मक परिणाम सबके सामने हैं।  

सवाल: आपकी दूसरी प्राथमिकता में स्वास्थ्य शामिल है, क्या प्रयास रहे?

जवाब: उत्तम स्वास्थ्य के बगैर समृद्ध समाज की नींव नहीं रखी जा सकती और इसीलिए मैं निकट भविष्य में केसली में एक सर्वसुविधा युक्त अस्पताल खोलने की योजना पर काम कर रहा हूं। जो कि शीघ्र ही धरातल पर दिखाई देगी।

सवाल:आज के दौर की बड़ी समस्याओं में से एक है बेरोजगार, आपने क्या कदम उठाए हैं?
जवाब: क्षेत्र में आय का मुख्य जरिया कृषि और दुग्ध उत्पादन है। मैं लगातार इन दोनों ही क्षेत्रों को उन्नत करने के लिए सब्जी और फलों के साथ ही दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रहा हूं। यह ऐसे पारंपरिक व्यवसाय हैं जिनका शिक्षित व अशिक्षित सभी लाभ ले सकते है। इसके अलावा रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने के लिए शहर में मार्केट बिल्डिंग का निर्माण शुरू है, जिसमें करीब 134 दुकानें होंगी। 

सवाल: शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए क्या योजना है?
जवाब: शहर के सभी 20 वार्डों में लगातार 6 माह तक सफाई अभियान चलाया गया था। इसके साथ ही शहर में कचरा प्रबंधन के लिए भी 70 लाख रुपए की लागत से शीघ्र ही एक कार्य योजना शुरू की जाएगी। कचरा प्रबंधन के बाद शहर के बाहर कचरा निष्पादन के लिए भी पांच करोड़ रुपए की लागत से प्रोजेक्ट तैयार किया जा रहा। शहर के सौंदर्यकरण की बात करें तो मंदिरों का निर्माण कराए जाने के साथ ही दो पार्क भी तैयार करवाए जा रहे हैं।

सवाल:शहरवासियों को शुद्व पानी उपलब्ध कराने की दिशा में क्या कदम उठाए गए?
जवाब: शहर के करीब 95 फीसदी हिस्से में पाईप लाइन बिछाकर जलापूर्ति की जा रही है। ग्राम पंचायत टड़ा में भी नल जल योजना का कार्य आरंभ है। आदिवासी बाहुल्य ग्राम खटोला में तालाब बनवाया गया है। इसके साथ ही शहर सहित ग्राम पंचायतों के जल स्रोतों का जीर्णोद्धार कार्य शुरू है। वहीं हैंडपंपों के आसपास रिचार्ज बनवाने का काम भी जारी है। 

सवाल:राजनीतिक भाविष्य को लेकर आपकी क्या रणनीति है?
जवाब: मेरा उद्देश्य जन सेवा करना है और इसके लिए मैने राजनीति को अपना माध्यम चुना है। जनपद अध्यक्ष के रूप में क्षेत्र की जनता का स्नेह और आशीर्वाद ही मेरी प्रेरणा हैं और यही मुझे सेवा और विकास कार्य करने लिए प्रेरित करते हैं। भविष्य में भी 
सेवा कार्य ही जारी रखने हैं और इसके लिए पार्टी का जो भी आदेश होगा उसका पालन करूंगा।