प्रदेश में उद्योगों का जाल बिछाना सरकार का संकल्प: Chief Minister
arvind mishra
भोपाल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में लघु, कुटीर और मध्यम उद्योगों का जाल बिछे यह मेरा सपना भी है और संकल्प भी। इस स्तर के उद्योग ही रोजगार के अधिकतम अवसर उपलब्ध कराते हैं। रोजगार आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का मूल आधार है। राज्य शासन उद्यमियों की मदद के लिए सदैव तत्पर है। इस दिशा में आरंभ की गई स्टार्ट यूअर बिजनेस इन थर्टी डेज योजना का उद्देश्य यही है कि प्रदेश में अपना उद्योग आरंभ करने वाले किसी भी व्यक्ति को कोई भी परेशानी न आए। हमारा यह लक्ष्य है कि हर महीने प्रदेश के एक लाख लोगों को रोजगार दिलाया जाए। इस प्रकार एक साल में बारह लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में हम निरंतर सक्रिय हैं। लोगों के लिए रोजगार सृजन में लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग राज्य सरकार के सहयोगी ही हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री ने मिशन अर्थ के अंतर्गत प्रदेश के 1891 सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के वर्चुअल शुभारंभ के राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
कृषि में रोजगार की अपार संभावनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना के कठिन काल में आत्म-निर्भर भारत के निर्माण का मंत्र दिया। इसके परिपालन में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए विकसित रोडमैप में अर्थ-व्यवस्था और रोजगार प्रमुख आधार स्तंभ हैं। प्रदेश में अधोसंरचना निर्माण, कृषि और खाद्य प्र-संस्करण में उद्यमशीलता और रोजगार के अवसर सृजित करने की अपार संभावनाएं हैं। कोरोना के कठिन काल में प्रदेश के पथ विक्रेताओं और स्व-सहायता समूहों को राज्य शासन द्वारा हरसंभव सहयोग प्रदान किया गया है।
युवा नौकरी देने वाले बने
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के लिए स्व-रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के उद्देश्य से पुरानी योजनाओं की रीपैकेजिंग कर नई मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना आरंभ करने का निर्णय लिया गया है। प्रदेश के विकास के लिए जितना योगदान बड़े उद्योगों का है उतनी ही महत्वपूर्ण भूमिका एमएसएमई की है। इसकी महत्ता को स्वीकार करते हुए ही प्रदेश में पृथक एमएसएमई विभाग बनाया गया। मेरा सपना है कि प्रदेश के युवा नौकरी मांगने वाले नहीं रोजगार देने वाले बने। यह सपना लघु, कुटीर और मध्यम उद्योगों से ही साकार हो सकता है।
50 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। प्रदेश में 1891 इकाइयां वर्चुअली आरंभ की जा रही हैं। इनमें 4227 करोड़ का निवेश हुआ है। यह इकाइयां 50 हजार से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में 572 इकाइयां मार्च 2021 तक स्थापित हो चुकी हैं। अगले तीन माह में 296 और अगले छह माह में एक हजार 23 इकाइयां स्थापित होंगी।
विकास के नए रास्ते खुलेंगे
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा कि उद्योग क्षेत्र में बहुत तेजी से तकनीकी बदलाव आ रहा है। वैश्विक स्तर की मांग के अनुसार प्रदेश की औद्योगिक इकाइयों को कदम से कदम मिलाकर चलने में सक्षम बनाने के लिए मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश में आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। खजुराहो सांसद तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि प्रदेश में इतने व्यापक स्तर पर औद्योगिक इकाइयों की स्थापना से प्रदेश में विकास के नए रास्ते खुलेंगे।
मुख्यमंत्री ने की उद्यमियों से बातचीत
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के उद्यमियों से वर्चुअली संवाद भी किया। नीमच में हनी और हर्बल प्रोडक्ट्स पर केन्द्रित दीर्घायु भव-हनी एण्ड हर्बल इकाई की मीनाक्षी मालव, खरगोन में पीपी बैग निर्माण इकाई के संचालक प्रवीण गुप्ता, बालाघाट में सीड लाख उत्पादन इकाई चलाने वाले महेन्द्रा परधी, सतना में पास्ता और ब्रेड निर्माण इकाई संचालक मुस्कान रावलानी और टीकमगढ़ में आजाद स्टील फर्नीचर के मालिक मोहम्मद शहजाद मंसूरी से बातचीत की।