छात्रों को प्राकृतिक खेती एवं कृषि आधारित व्यवसायों का दिया प्रशिक्षण
टीकमगढ़, कृषि विज्ञान केंद्र, टीकमगढ़ में दिनांक 20/12/2022 को शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बम्होरीकला टीकमगढ़ के 55 छात्रों को डॉ. बी.एस. किरार, प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख द्वारा प्राकृतिक खेती एवं कृषि आधारित व्यवसायों पर जानकारी दी गई। छात्रों को रासायनिक खेती के स्वास्थ्य, भूमि, जल एवं वायु पर पड़ने वाले दुष्परिणामों के बारे में बताया गया और प्राकृतिक खेती के फायदों से अवगत कराया गया।
बाजार से कोई सामग्री खरीदने की आवश्यकता नहीं
प्राकृतिक खेती के अन्तर्गत हमें पोषक तत्वों एवं नींदा प्रबंधन हेतु बाजार से कोई सामग्री खरीदने की आवश्यकता नहीं पड़ती तथा यह कम लागत की खेती है एवं वर्तमान में मानव समुदाय में बढ़ रही बीमारियों के रोकथाम में भी सहायक है। छात्रों को कृषि आधारित व्यवसायों जैसे - दुग्धोत्पादन हेतु पशुपालन, बकरीपालन, मुर्गीपालन, मछलीपालन एवं उच्च तकनीक से सब्जीत्पादन के बारे में विस्तार से बताया गया।
बहुत सी कृषक कल्याणकारी योजनाएं
इन सभी उद्यमों के लिए राज्य शासन द्वारा बहुत सी कृषक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका फायदा उठाकर कृषि आधारित व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। छात्रों को परिवार के लिए पोषण वाटिका / गृहवाटिका का महत्व एवं उपयोगिता भी समझाई गई और बताया गया कि आप अपनी पढ़ाई के दौरान प्रतिदिन 1 घंटे का समय अपनी पोषण वाटिका में देने से परिवार को रसायन मुक्त सब्जियां एवं फल खिला सकते हैं एवं परिवार का सब्जियों पर होने वाले खर्च को कम करके उस राशि को अपनी पढ़ाई पर खर्च कर सकते हैं। सभी छात्रों को कृषि विज्ञान केंद्र की प्रदर्शन इकाइयों का भी भ्रमण कराया गया।