नर्मदापुरम संभाग में 3.31 लाख हेक्टेयर में होगी मूंग की बोवनी

नर्मदापुरम संभाग में 3.31 लाख हेक्टेयर में होगी मूंग की बोवनी

asit kekre
होशंगाबाद, नर्मदापुरम संभाग में इस बार तीसरी फसल मूंग की बोवनी 3 लाख 31 हजार हेक्टेयर में की जाएगी। अभी हाल ही में कृषि विभाग ने लक्ष्य तय किया है। इस बार बारिश अच्छी होने से तवा बांध में पर्याप्त पानी होने से मूंग की फसल का रकबा तीन वर्ष बाद बढ़ाए जाने का प्लान बनाया गया है। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में खाद्यान के साथ-साथ अब फलों के उत्पादन की ओर भी किसानों की रुचि बढ़ती जा रही है। पहले नर्मदा और तवा के तरबूज, खरबूज बड़ी मात्रा में आते थे, लेकिन अब डंगरबाडिय़ों में फलों की जगह सब्जियों की फसलें ज्यादा हो रही हैं। अब रेत की बजाए खेतों में तरबूज की फसलें हो रही हैं। इससे तरबूज का उत्पादन तेजी से बढ़ गया है। गर्मी बढऩे के साथ ही बाजार में इसकी मांग भी खासी बढ़ जाती है। अभी बाहर से तरबूज की खेप आ रही है। एक माह बाद स्थानीय तरबूज की फसल आना शुुरू हो जाएगी।

दो लाख हेक्टेयार का लक्ष्य: होशंगाबाद जिल में इस बार 2 लाख हेक्टेयर में मूंग की फसल लगाई जाएगी। बीते वर्ष 1 लाख 82 हजार हेक्टेयर में मूंग लगाई गई थी। जून के प्रथम सप्ताह में बारिश शुरू हो जाने से मूंग की पूरी कटाई नहीं हो पाई थी। इस कारण इस बार जल्द ही बोवनी होगी।
हरदा में होगी बोवनी: कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिला हरदा में चना की कटाई शुरू हो गई है। अगले सप्ताह से खेत खाली होने के साथ ही मूंग की बोवनी की तैयारी शुरू हो जाएगी। बीते वर्ष हरदा में 82 हजार 500 हेक्टेयर में मूंग की बोवनी हुई थी। वहीं उड़द की बोवनी 30 में हुई थी।

बैतूल में कम होती है मूंग: संभाग में सबसे कम बोवनी बैतूल जिले में होती है। बीते वर्ष 3 हजार हेक्टेयर में ही मूंग लगाई गई थी। इस बार 6 हजार हेक्टेयर में मूंग और 100-100 हेक्टेयर में उड़द व मूमफली लगाने का लक्ष्य तैयार किया जा रहा है।

कम समय की फसल

गर्मी के मौसम की मूंग को सिर्फ 60 दिन ही लगते हैं। इससे भी कम समय में तरबूज की फसल होने लगती है। इस कारण किसानों का रुझान मूंग और तरबूज की फसल लगाने में लग रहा है। जैसे ही चना और गेहूं की कटाई होगी उसके तुरंत बाद मूंग और तरबूज की फसल लगाई जाएगी।

हरदा व सिवनी मालवा तरफ चना की फसल पक चुकी है। कहीं-कहीं तो कटाई शुरू होने लगी है। एक पखवाड़े में अधिकांश क्षेत्र की चना की फसल कट जाएगी। कुछ हिस्सों में गेहूं की भी कटाई शुरू हो जाएगी। मार्च के आखिरी सप्ताह से मूंग की बोवनी शुरू हो जाएगी।
-जितेंद्र सिंह, संयुक्त संचालक, नर्मदापुरम संभाग