स्वाबलंबी गांव से आत्मनिर्भर होगा भारत: वीडी शर्मा
भोपाल। नानाजी देशमुख ने स्वाबलंबी गांव की परिकल्पना की थी और चित्रकूट क्षेत्र के गांवों के युवाओं को प्रशिक्षित कर स्वरोजगार के लिए प्रेरित करते थे, इसी प्रकार नई शिक्षा नीति में देश के प्रधानमंत्री ने नानाजी के विचारों के अनुरूप व्यवसायिक शिक्षा को महत्व देते हुए आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में ठोस प्रयास किए हैं। यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने चित्रकूट के उद्यमिता विद्यापीठ के विवेकानंद सभागार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के परिदृश्य में आयोजित संगोष्ठी में कही। शर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति में इस बात का समावेश है कि बस्ते का बोझ कम करके संस्कार देने वाली शिक्षा होनी चाहिए।
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भारतीय शिक्षा प्रणाली लागू होगी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से युवाओं में देशभक्ति का भाव जागृत होना चाहिए। इस बात का बेहतर समावेश भी इस शिक्षा नीति के अंदर समाहित है। नई शिक्षा नीति में मैकाले शिक्षा पद्धति के इतर भारतीय ज्ञान आधारित शिक्षा प्रणाली लागू होगी। उन्होंने कहा कि नानाजी चाहते थे कि देश के अंदर मूल्य आधारित शिक्षा हो और हमारे देश के प्रधानमंत्री ने नई शिक्षा नीति को मूल्य आधारित शिक्षा के आधार पर बनाया है। नई शिक्षा नीति में नानाजी के विचार समाहित हैं।
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अनुकरणीय नानाजी का जीवन
शर्मा ने कहा कि नानाजी का जीवन अनुकरणीय है। जिस प्रकार से समाज सेवा के क्षेत्र में उन्होंने प्रतिमान गढऩे का काम किया उसे देखकर हम अपने क्षेत्रों में भी समाज सेवा के विभिन्न कामों को कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम आजादी के 75 साल को अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। इस वर्ष में प्रधानमंत्री कुपोषण के खिलाफ बड़ी मुहिम चाहते हैं ताकि कोई भी बच्चा कुपोषण का शिकार ना हो और इस देश की आने वाली पीढ़ी स्वस्थ और सबल हो। इस दिशा में हमारे जनप्रतिनिधि कार्य कर रहे हैं।