करेले की खेती से आदिवासी किसानों ने कमाया पांच गुना मुनाफा

करेले की खेती से आदिवासी किसानों ने कमाया पांच गुना मुनाफा

rafi ahmad ansari
बालाघाट। जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र विकासखंड बिरसा में कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के कोर जंगल से लगे बफर जोन क्षेत्र के लगभग 10 ग्रामों के 300 किसानों ने उच्च तकनीकी का उपयोग कर माइक्रो इरीगेशन सिस्टम से जायद ऋतु में हाईब्रीड करेला की खेती कर अन्य किसानों को नई राह दिखाई है। इन किसानों ने कोरोना काल में करेला की खेती कर अन्य परंपरागत फसलों की तुलना में पांच गुना अधिक आय अर्जित की है। इन किसानों में अधिकांश किसान बालाघाट जिले में निवास करने वाली विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा से हैं।

बिरसा के उद्यान विस्तार अधिकारी हरगोविंद धुवारे ने बताया कि किसानों को पहले करेला की खेती के लिए प्रोत्साहित किया गया और उन्हें माईक्रो इरिगेशन सिस्टम दिलाया गया। किसानों के परिवारों के 10 से 12 युवा जो अन्य शहरों में जाब कर रहे थे, वे भी कोरोना काल में अपना जाब छोड़ कर घर वापस आ गये थे। उन युवाओं ने भी करेला की खेती में रूचि ली और प्रति कृषक  लगभग 8 से 10 टन करेला का उत्पादन किया है।

माह मार्च से मई तक आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के किसानों ने अपने ख्रेतों में 2500 से 03 हजार टन करेला का उत्पादन किया है। किसानों ने करेला की खेती से प्रति एकड़ एक से 02 लाख रुपये की शुद्ध आय अर्जित की है। करेला की खेती से कोरोना काल में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिला है। किसानों के खेत के माल को हर दिन मंडी पहुंचाने में माल वाहकों को भी स्थानीय स्तर पर काम मिल गया। श्री धुवारे ने बताया कि बिरसा विकासखंड से लगभग 2500 टन करेला अन्?य प्रदेश की मंडियों में भेजकर किसानों ने 8 से 10 करोड़ रुपए की आय अर्जित की है।

विकासखण्ड बिरसा के ग्राम बासीनखार के बैगा टोला के बैगा जनजाति के कृषक  समारू पिता सुखूसिंह एवं बजारी पिता सुखूसिंह के परिवार ने भी इस क्षेत्र में बैगा परिवारों एवं अन्य कृषक परिवारों के लिए प्रेरणा स्त्रोत रहे है। उनके द्वारा भी प्रति एकड़ 01 लाख रुपए की शुद्ध आय अर्जित की गई है। करेला की खेती से हुई आय को देखते हुए आने वाले समय  में इस क्षेत्र मे उद्यानिकी फसलों का रकबा दो वर्ष में दो से तीन गुना तक बढ़ने एवं कृषक के द्वारा अन्य कृषि फसल की अपेक्षा उद्यानिकी फसल से शुद्ध आय पॉच गुना तक प्राप्त करने की प्रबल सम्भावना है।