नरेंद्र सिंह तोमर ने किया फसल बीमा सप्ताह का शुभारंभ
ग्वालियर। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भारत की आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में, भारत सरकार द्वारा आयोजित ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत फसल बीमा सप्ताह का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (P M F B Y ) में प्रचार-प्रसार व किसानों को बीमित करने के उद्देश्य से 1 से 7 जुलाई तक “फसल बीमासप्ताह”मनाया जाएगा। इस अवसर पर श्री तोमर ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों के 92 हजार करोड़ रुपए के दावों का भुगतान किया जा चुका हैजोकि एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
श्री तोमर ने कहा कि कृषि क्षेत्र व गांवों की अर्थव्यवस्था हमारे देश में मैरूदंड के समान है। देश में बड़ी संख्या में छोटे व मझौले किसान है, जिन्हें आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार राज्यों के साथ मिलकर पूरी कोशिश कर रही है। हमारा उद्देश्य है कि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से इन किसानोंको लाभ मिलें व किसानों के जीवन में समृद्धि आएं। श्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद लगातार गांव-गरीब-किसानों पर फोकस किया है। किसानों को आय सहायता के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) स्कीम के तहत छह-छह हजार रुपएउनके बैंक खातों में पहुंचाना सुनिश्चित किया है। इस स्कीम में लगभग 11 करोड़ किसानों को 1.35 लाख करोड़ रुपएसे अधिक राशि दी जा चुकी है।
केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि इसे स्वैच्छिक किए जाने केबावजूद हर साल लगभग साढ़े पांच करोड़ से अधिक किसान इस स्कीम से जुड़ते है, जिसका उन्हें लाभ होता है।
उन्होंने कहा कि PMFBY के क्रियान्वयन में राज्य सरकारों व बीमा कंपनियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उनके परिश्रम का परिणाम है कि गत 4 साल में 17 हजार करोड़ रुपएकी प्रीमियम किसानों द्वारा जमा की गई, जिसके मुकाबले उन्हें 92 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि क्लेम के रूप में प्रदान की गई है। और भी लगभग 3 हजार करोड़ रुपए की क्लेमराशि खानापूर्ति के बाद प्रभावित किसानोंको मिलेगी।
वर्चुअल कार्यक्रम में पुडुचेरी के मुख्यमंत्री श्री एन. रंगास्वामी, राज्यों के कृषि मंत्री एवंअन्य मंत्रीगण भी उपस्थित थे, जिनसे केंद्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर का संवाद हुआ।कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला व श्री कैलाश चौधरी, केंद्रीय कृषि सचिव श्री संजय अग्रवालतथा अपर सचिव आशीष भूटानी, डिप्टीकमिश्नर(क्रेडिट)श्रीमतीकामनाशर्मा ने भी विचार रखे।