केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल ने विकसित किया सोलर असिस्टेड ई-प्राइम मूवर मशीन
प्राइम मूवर कृषि के क्षेत्र में एक नई क्रांति लेकर आएगा
भोपाल, पेट्रोल, डीजल और बिजली जैसे ऊर्जा स्रोतों पर बढ़ती निर्भरता से न सिर्फ़ इनके समय से पहले खत्म होने का डर है, बल्कि यह पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए कृषि वैज्ञानिक लगातार बैटरी व सोलर ऊर्जा से संचालित होने वाले कृषि उपकरण बना रहे हैं, इन्हीं में से एक है सोलर असिस्टेड ई-प्राइम मूवर मशीन।
खेतों की निराई-गुड़ाई और कीटनाशकों का छिड़काव करने में फ़ायदेमंद
खेतों की निराई-गुड़ाई और कीटनाशकों का छिड़काव करने में किसानों को बहुत अधिक समय लगता है। इन कामों में श्रम यानी मेहनत भी अधिक लगती है। किसानों के लिए इन कामों के लिए मज़दूर ढूंढ़ना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में सोलर असिस्टेड ई-प्राइम मूवर मशीन छोटे से लेकर बड़े किसानों तक के लिए बहुत फ़ायदेमंद है। इससे उनके समय की तो बचत होगी ही, साथ ही मज़दूरों की समस्या भी दूर होगी। मशीन कुछ ही घंटे में निराई-गुड़ाई से लेकर कीटनाशक छिड़कने तक का काम कुशलता से कर लेती है। कृषि के आधुनिकीकरण में यह कृषि यंत्र बहुत महत्वपूर्ण है।
सौर उर्जा के साथ ही बैटरी से भी चल सकती है
सोलर असिस्टेड ई-प्राइम मूवर को (केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, भोपाल) ने विकसित किया है। इस मशीन की ख़ासियत है कि यह सौर उर्जा के साथ ही बैटरी से भी चल सकती है। इसमें डैशबोर्ड बैटरी मॉनिटरिंग सिस्टम, इमरजेंसी स्टॉप स्विच, डिजिटल स्पीड इंडिकेटर, लोड करंट और वोल्टेज मॉनिटरिंग सिस्टम, सेफ्टी स्विच और अन्य सभी सुरक्षा उपकरण लगे हुए हैं।
सवा एकड़ क्षेत्र में सिर्फ़ एक घंटे मे ही दवा का छिड़काव
इस ई-प्राइम मूवर मशीन की मदद से सवा एकड़ क्षेत्र में सिर्फ़ एक घंटे मे ही दवा का छिड़काव किया जा सकता है। जबकि सवा एकड़ ज़मीन की जुताई और निराई-गुड़ाई का काम यह मशीन 5 घंटे में ही कर देती है।
चार्ज हुई इसकी बैटरी से घर की लाइट जला सकते हैं
ई-प्राइम मूवर मशीन का इस्तेमाल घर में लाइट जलाने के लिए भी किया जा सकता है। सौर ऊर्जा से चार्ज हुई इसकी बैटरी से घर की लाइट जला सकते हैं। यह उपकरण 2 क्विंटल तक का भार उठा सकता है। यानी खेत से 2 क्विंटल अनाज आसानी से घर ले जा सकते हैं। अगर इसे बैटरी से चला रहे हैं तो फुल चार्ज करने पर बैटरी 3 घंटे चलती है।
सोलर असिस्टेड ई-प्राइम मूवर मशीन की ख़ासियत
- यह बिना ईंधन के चलता है। बैटरी या सोलर एनर्जी इसके लिए ज़रूरी है।
- बैटरी एक बार चार्ज होने के बाद 3 घंटे तक चलती है।
- इसके इस्तेमाल से पर्यावरण को कोई हानि नहीं पहुंचती।
- यह पूरी तरह से सुरक्षित है और कोई भी इसे चला सकता है।
- 2 क्विंटल तक अनाज का बोझ ढो सकता है।
- सौर ऊजा से चार्ज होने वाली बैटरी से आप घर की बिजली भी चला सकते हैं।
समय और श्रम की बचत
यह मशीन समय और श्रम की बचत तो करता ही है, साथ ही ईंधन की भी बचत करता है जिससे किसानों की खेती की लागत कम और मुनाफ़ा अधिक होता है।
कितनी है कीमत?
सौर पैनल के साथ Solar Assisted E-Prime Mover Machine की कीमत करीबन 3.10 लाख रुपये और बिना सौर पैनल के 1.80 लाख रुपये के आसपास है। ऑपरेटिंग लागत 500 रुपये प्रति घंटा है।