मूंग खरीदी के लिए पंजीयन शुरू, 28 जुलाई है अंतिम तिथि
भोपाल। मध्य प्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर है। 18 जुलाई से ग्रीष्मकालीन मूंग की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिये पंजीयन प्रारंभ हो गया है। किसानों के पंजीयन के लिये राज्य सूचना केन्द्र को सभी आवश्यक तैयारियाँ करने के निर्देश दिए गए हैं। पंजीयन कार्य 28 जुलाई 2022 तक किया जायेगा।मूंग की न्यूनतम समर्थन मूल्य 7 हजार 275 रूपए प्रति क्विंटल की दर पर खरीदी जाएगी।
28 जुलाई 2022 तक किया जायेगा पंजीयन
मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किसान हित में लिये गये निर्णय अनुसार 18 जुलाई से ग्रीष्मकालीन मूंग की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिये किसानों का पंजीयन प्रारंभ हो जायेगा। किसानों के पंजीयन के लिये राज्य सूचना केन्द्र को सभी आवश्यक तैयारियाँ करने के निर्देश दिए गए हैं। पंजीयन कार्य 18 जुलाई से 28 जुलाई 2022 तक किया जायेगा।किसान हित में लिये गये निर्णयों का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित हो। किसानों का अधिक से अधिक पंजीयन कर लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित करें।
30 जिलों में की जाएगी समर्थन मूल्य पर खरीद
मंत्री पटेल ने बताया है कि ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी 30 जिलों नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खण्डवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल, श्योपुरकला, भिण्ड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मण्डला, शिवपुरी और अशोकनगर में होगी। उन्होंने बताया कि उड़द की खरीदी जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मण्डला, उमरिया और सिवनी सहित 9 जिलों में की जायेगी।वही उन्होंने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीदने के निर्णय से किसानों को लाभ भी मिलेगा और राहत भी मिलेगी।
12 लाख हेक्टेयर से ज्यादा इलाके में ग्रीष्मकाल के दौरान मूंग की खेती की गई थी
बता दे कि मध्य प्रदेश के होशंगाबाद, रायसेन, सीहोर, हरदा, भोपाल, विदिशा, राजगढ़ सहित प्रदेश के अन्य कई जिलों में मूंग की अच्छी पैदावार होती है। इस बार भी प्रदेश में मूंग की अच्छी फसल हुई है, ग्रीष्मकाल में करीब 17 लाख टन मूंग का उत्पादन हुआ। केंद्र सरकार ने इस बार किसानों से 2.27 लाख टन मूंग खरीदने की अनुमति दी है। प्रदेश के 30 जिलों में इस बार 12 लाख हेक्टेयर से ज्यादा इलाके में ग्रीष्मकाल के दौरान मूंग की खेती की गई थी, ऐसे में अब एमएसपी पर खरीदी की शुरुआत होने किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।