देश में बढी रीवा-सतना के गेहूं की मांग

देश में बढी रीवा-सतना के गेहूं की मांग

रीवा, जिले के उन्नत गेहूं की मांग न केवल विंध्य बल्कि अन्य राज्यों में भी तेजी के साथ बढ़ रही है। पिछले सीजन में जिले से कर्नाटक राज्य को 26सौ क्विंटल गेहूं भेजा गया था। जबकि हाल ही में तेलंगाना, कर्नाटक, बिहार एवं उड़ीसा से डिमांड आई है। जिसके बाद रीवा एवं सतना जिले से प्रतिदिन साढ़े 12 हजार एमटी गेहूं भेजा जा रहा है। इसके अलावा उत्तरप्रदेश के बनारस से भी रीवा के गेहूं की डिमांड आई है जिसे भेजा जा रहा है।

फिर से किसानों की रुचि गेहूं बेचने की ओर बढ़ने लगी 
कृषि उपज मंडी करहिया में अन्य राज्यों से गेहूं की डिमांड आने के बाद मंडी द्वारा आवक बढ़ाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। पूर्व में आवक कम होने से गेहूं के निर्यात में समस्या आ रही थी किंतु एक बार फिर से किसानों की रुचि गेहूं बेचने की ओर बढ़ने लगी है।  

बेहतर किस्म का गेहूं मंडियों के लिए भेज जा रहा 
मंडी अधिकारियों की मानें तो वर्तमान समय में गेहूं के दाम सरकार द्वारा अच्छे दिए जा रहे हैं। 2125 रुपए के प्रति क्विंटल गेहूं की खरीदी की जा रही है। इसके साथ ही राज्यों द्वारा की गई मांग को देखते हुए प्रतिदिन दो हजार प्रति क्विंटल की आवक भी होने लगी है। बता दें कि जहां एक ओर किसानों को अपने उत्पादन का अच्छा दाम मिल रहा है तो वहीं रीवा जिले के होने वाले उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा सतना से भी बेहतर किस्म का गेहूं मंडियों के लिए भेज जा रहा है।

पहले भी भेजा जा चुका है गेहूं
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ एवं झारखंड में धान की पैदावार ज्यादा होने की वजह से रीवा के व्यापारी पहले छत्तीसगढ़ और झारखंड में गेहूं भेजने का मन बना चुके हैं। यही नहीं इसके पूर्व में भी इन दोनों राज्यों में गेहूं भेजा जा चुका है। बता दें कि मंडी में किसानों से गेहूं खरीदने के बाद दूसरे राज्यों के लिए भेजा जाता है। यही नहीं कर्नाटक के अलावा महाराष्ट एवं उत्तरप्रदेश से गेहूं की डिमांड आने के बाद मंडी प्रबंधन किसानों को और अधिक अनाज बेचने के लिए जागरुक करने में लगा हुआ है।

रीवा एवं सतना में उत्पादित होने वाले गेहूं की लगातार डिमांड
मंडी सूत्रों की मानें तो रीवा एवं सतना में उत्पादित होने वाले गेहूं की डिमांड काफी तेजी से बढ़ रही है। बताया गया है कि सर्वाधिक मांग बिहार एवं बेंगलोर से आई है तो वहीं कलकत्ता एवं उड़ीसा से भी मांग आने के बाद गेहूं भेजने की योजना मंडी प्रबंधन द्वारा बना ली गई है। बताया गया है कि प्रतिदिन 12 हजार मीट्रिक टन गेहूं भेजा जा रहा है।

अन्य राज्यों में रीवा का गेहूं अपना प्रभुत्व बढ़ा रहा 
उल्लेखनीय है कि रीवा जिले में काफी मात्रा में गेहूं का उत्पादन किया जा रहा है। किसानों की मानें तो नहर उनके लिए वरदान साबित हो रही है। जिन क्षेत्रों में गेहूं की उपज शून्य होती थी, वहां काफी मात्रा में गेहूं का उत्पादन किया जा रहा है। जिसका नतीजा यह है कि अब रीवा से अन्य राज्यों के लिए लगातार गेहूं का निर्यात किया जाता है। आगे आने वाले दिनों में और अधिक गेहूं के उत्पादन में वृद्धि होगी और अन्य राज्यों में रीवा का गेहूं अपना प्रभुत्व बढ़ा रहा है।

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