अब हवा में उगेगा आलू, आएंगे अच्छे दिन, मिलेगी पांच गुना ज्यादा पैदावार

अब हवा में उगेगा आलू, आएंगे अच्छे दिन, मिलेगी पांच गुना ज्यादा पैदावार

भोपाल। जमीन के अंदर आलू की खेती होते सबने देखी होगी। अब एरोपॉनिक तकनीक से हवा में भी आलू की खेती की जा सकेगी, जिसमें पांच गुना ज्यादा पैदावार भी होगी। देश में यह एक क्रांतिकारी प्रयास है। इस तकनीक की मदद से आलू जमीन में नहीं, बल्कि हवा में उगाया जा रहा है। इस तकनीक से आलू उगाने पर किसानों को पांच गुना ज्यादा मुनाफा मिलता है। इसके साथ ही आलू को सडऩे और खोदते समय होने वाले नुकसान से भी बचाया जा सकता है। इससे किसानों की आय भी बढ़ जाएगी।

क्या है एरोपॉनिक तकनीक

यह एक ऐसी तकनीक है, जिसके तहत आलू के पौधों की जड़ें हवा में लटकती हैं। इससे पौधों को पोषण मिलता है। इस कारण मिट्टी और जमीन, दोनों की आवश्यकता नहीं पड़ती है। इस तकनीक से आलू की उपज क्षमता 3 से 4 गुना बढ़ जाती है। इस तकनीक से आलू की खेती करने के लिए इंटरनेशनल पोटैटो सेंटर और आलू प्रोद्योगिकी केंद्र करनाल के बीच एक एमओयू भी हुआ है। 

जमीन की नहीं पड़ेगी जरूरत

हवा में आलू उगाने वाली एरोपॉनिक तकनीक किसानों के लिए बेहद फायदेमंद है, क्योंकि इस तकनीक से कम लागत में बंपर उपज प्राप्त की जा सकती है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस तकनीक से आलू की खेती करने के लिए जमीन की जरूरत नहीं होती है, इसलिए किसानों की अच्छी आमदनी हो जाती है।
जानकारी के लिए बता दें कि एरोपॉनिक तकनीक द्वारा बिना मिट्टी व जमीन के आलू उगाए जा रहे हैं। इसमें एक पौधा 40 से 60 छोटे आलू तक दे रहा है। इन्हें खेत में बीज के तौर पर रोपित किया जा रहा है। इससे किसानों को काफी अच्छा लाभ मिल रहा है।

क्या होगा फायदा

इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे आलू को जमीन और हवा, दोनों में आलू उगाया जा सकता है। इस तकनीक से आलू उगाने का प्रयोग हरियाणा के करनाल जिले में स्थित आलू प्रौद्योगिकी केंद्र में हुआ। विशेषज्ञों की मानें, तो आलू की उपज बिना जमीन और मिट्टी के ही खेती करके 10 गुना बढ़ाई जा सकती है। इस तकनीक का इस्तेमाल व्यापक तौर शुरू हो सकता है। इस तकनीक से खेती करने के लिए केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है।