बेमौसम बारिश से परेशान किसानों से शिवराज ने कहा- मैं हूं, चिंता न करें

बेमौसम बारिश से परेशान किसानों से शिवराज ने कहा- मैं हूं, चिंता न करें

भोपाल, मध्यप्रदेश में मार्च महीने में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसल चौपट हो गई है। कई जिले इससे प्रभावित हुए हैं। इसी सिलसिले में पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्य सरकार से किसानों को राहत देने की मांग की है। कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा है कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को जो नुकसान हुआ है, राज्य सरकार उन्हें राहत दे। गौरतलब है कि कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। किसान पहले से ही परेशानी के दौर में गुजर रहा है, ऐसे में इस प्राकृतिक आपदा से उसे और संकट का सामना करना पड़ेगा। सरकार तत्काल किसान भाइयों को राहत देना प्रारंभ करें।  सरकार ने कहा है कि किसानों को हर संभव मदद करेंगे।

यहां हुई ओलावृष्टि

मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है। इनमें भोपाल, जिले समेत सागर, रीवा, श्योपुर, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, खरगोन, नीमच, सिवनी, छिंदवाड़ा और दमोह जिले में बारिश और आंधी चली। कई जिलों में ओलावृष्टि भी हुई। इस कारण किसानों को काफी फसल खराब हो गई। फ सलों को भारी नुकसानइस सीजन की प्रमुख गेहूं की फसल पूरी तरह पक चुकी है। अधिकांश स्थानों पर खेतों में कटाई चल रही है। ऐसी स्थित में बरसात और ओले गिरने के कारण फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा आम की फसल भी तबाह होने लगी है। 

18 से बारिश का फिर दौर

फरवरी माह के मध्य से ही लगातार पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत पहुंचने का सिलसिला बना हुआ है। इनकी वजह से मार्च माह की शुरुआत में जहां गर्मी के तीखे तेवर देखने को मिले, वहीं अब बेमौसम बारिश और ओला वृष्टि ने किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है। मौसम विज्ञानियों का दावा है कि 18 मार्च से आंधी-पानी का एक और दौर शुरू हो सकता है।  

मिलेगा उचित मुआवजा

इधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी एक बयान आया है। चौहान ने कहा कि कि किसान भाइयों को मैं कहना चाहता हूं कि वे फिक्र न करें, मैं किसलिए हूं। परेशान होने की जरूरत नहीं है। जनती फसलें बर्बाद हो गई है, उन्हें उचित मुआवजा दिया जाएगा। कृषि मंत्री कमल पटेल ने भी कहा है कि किसानों का संकट सरकार का संकट है। यह किसानों की सरकार है। किसानों को राहत देंगे।