उज्जैन में ड्रोन ने खींची मालिकाना हक की तस्वीर

उज्जैन में ड्रोन ने खींची मालिकाना हक की तस्वीर

brijesh parmar
उज्जैन।  मध्य प्रदेश में बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन तीसरा शहर है, जहां केंद्र सरकार की स्वामित्व के सर्वे अभियान की शुरुआत की गई है। बीते दो दिनों में सर्वे आफ इंडिया की टीम ने राजस्व विभाग और ग्राम पंचायतों के साथ मिलकर ड्रोन से ग्रामीणों के जमीन व मकान के मालिकाना हक की तस्वीर खींची है। अब तक चार गांव का सर्वे पूरा हो चुका है। गौरतलब है कि उज्जैन जिले में 1100 गांवों में यह सर्वे होना है।  

अधीक्षक भूअभिलेख प्रीति चौहान ने एक चर्चा के दौरान बताया स्वामित्व के सर्वे अभियान में सर्वे आफ इंडिया, राजस्व विभाग व पंचायत मिलकर काम कर रहे हैं। राजस्व विभाग का काम व्यक्ति के मालिकाना हक की जमीन या मकान के चतुष पैमाने पर चूने की लाइन डालना है। पंचायत के पास मौजूद ग्रामीणों की समग्र आईडी इसके लिए महत्वपूर्ण है। इसके बाद ड्रोन से चर्तुसीमा की फोटों खींची जाती है। इस संपूर्ण प्रक्रिया के पूरा होने से पंचायत के पास प्रत्येक व्यक्ति के मालिकाना हक का दस्तावेज तैयार हो जाएगा। इसके बाद संबंधित व्यक्ति को स्वामित्व का कार्ड बनाकर दिया जाएगा। इस कार्ड के आधार पर व्यक्ति किसी भी बैंक से ऋ ण आदि सुविधाएं प्राप्त कर सकता है। स्वामित्व का दस्तावेज व्यक्ति को उसकी संपत्ति का मालिकाना हक दिलाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में संपत्ति की सीमा को लेकर भी अक्सर विवाद होते रहते हैं। स्वामित्व का दस्तावेज मिलने के बाद इस प्रकार की समस्याओं का भी निदान होगा। दो दिनों में चिंतामन क्षेत्र के ग्राम उमरिया खालसा, अजराना, रमजानखेड़ी तथा बादल खेडी का सर्वे पूरा कर लिया गया है।