गांवों में आत्मनिर्भरता की अलख जगा रहा शारदा विहार

गांवों में आत्मनिर्भरता की अलख जगा रहा शारदा विहार

महिलाएं बोलीं: गांव से साथ देश को बनाएंगे आत्मनिर्भर

भोपाल, शिक्षा के साथ गौपालन को लेकर देशभर में आकर्षण के केंद्र शारदा विहार कौशल विकास केंद्र भोपाल इन दिनों एक फिर चर्चा में है। दरअसल, शारदा विहार द्वारा आस-पास के गांवों में स्वावलंबन से स्वरोजगार 'समर्थÓ कौशल विकास केंद्र ने हाल ही में एक प्रशिक्षण के जरिए लोगों को आत्मनिर्भरता का पाठ पढ़ाया है।

हालांकि यहां यह पहला अवसर नहीं है, बल्कि इससे पहले भी इस तरह के हुनर जरूरतमंद लोगों के सिखाए जा चुके हैं। प्रशिक्षण के पहले दिन मुगालिया छाप से दो दर्जन से ज्यादा महिलाएं आईं और प्रशिक्षण में भाग लिया। इस दौरान उन्हें हर्बल साबुन बनाने और उप्टन बनाने के साथ ही गोबर से दरवाजों पर लगाए जाने वाले वंदनवार बनाने का हुनर सिखाया गया। वहीं प्रशिक्षण से उत्साहित गांवों से आई महिलाओं ने संकल्प लिया हम भी यह काम करेंगे और गांव के लोगों को भी इस काम के लिए प्रेरित करेंगे ताकि हम हमारा गांव समाज और देश आत्मनिर्भर बने। 

यह रहे मौजूद: प्रशिक्षण कार्यक्रम में शारदा विहार के प्रबंधक अजय शिवहरे, समिति की सदस्य उमा शर्मा प्रतिभा शुक्ला, प्रशिक्षण प्रमुख प्रकाश मंडलोई, सहयोगी राकेश डोनी और संस्कार केंद्र के प्रमुख मुकेश चंद्रवंशी व उत्कर्ष बाजपेयी शामिल रहे। 
इनका कहना है
दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में दो दर्जन से ज्यादा महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। प्रशिक्षण में गोबर से बनाए जाने वाले दरवाजों पर वंदनवार और अगरवत्ती बनाने का हुनर सिखाया गया ताकि वे अपने घरों में आसानी से स्वरोजगार स्थापित कर सकें। हमारा उद्देश्य है कि गांव में गोबर से अधिक-अधिक गौ शिल्पी बनें। गांवों में गाय का गोबर आसानी से मिल जाता है। इसलिए गौ शिल्पी पर भी मातृ शक्ति का ज्यादा ध्यान है।
प्रकाश मंडलोई, प्रशिक्षण प्रमुख, शारदा विहार