कम समय में अटालोड उत्पादन देगी मूँग की ये धाकड़ किस्मे मूंग की खेती किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होती है, खासकर अप्रैल के महीने में इसकी बुवाई करने पर। आज हम आपको बता रहे हैं मूंग की कुछ ऐसी उन्नत किस्मों के बारे में, जिनकी खेती पर लागत कम आती है, लेकिन उत्पादन और मुनाफा कई गुना ज्यादा होता है। इन किस्मों की खास बात यह है कि ये कई बीमारियों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता रखती हैं और बाजार में इनकी भारी मांग बनी रहती है।
PDM 139 और Pusa Vishal किस्म की विशेषता
PDM 139 मूंग की एक ऐसी किस्म है जो अप्रैल में बोने के लिए उपयुक्त है। यह किस्म पीला मौजेक वायरस के प्रति प्रतिरोधी होती है। इसकी फलियां लंबी और दाने मोटे व चमकदार होते हैं। इसकी फसल 50-60 दिनों में तैयार हो जाती है और प्रति हेक्टेयर 10-12 क्विंटल तक उपज मिलती है। वहीं, Pusa Vishal मूंग की एक और लोकप्रिय किस्म है, जिसके दाने बड़े होते हैं। इसकी खेती के लिए दोमट मिट्टी उत्तम मानी जाती है और 60-70 दिनों में फसल तैयार हो जाती है। इससे 8-10 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन संभव है।
IPM 02-3 (विराट) से होगी बंपर पैदावार
IPM 02-3, जिसे “विराट” भी कहा जाता है, मूंग की एक उन्नत किस्म है जो कम समय में अधिक उत्पादन देने के लिए जानी जाती है। इसकी बुवाई अप्रैल के 20 तारीख तक की जा सकती है। बुवाई से पहले बीजों को फफूंदनाशक से उपचारित करना जरूरी होता है। इसकी फसल 65 दिनों में तैयार हो जाती है और प्रति हेक्टेयर 12-15 क्विंटल तक उत्पादन देती है। गर्म और आर्द्र जलवायु इसकी खेती के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है। किसान इन किस्मों को अपनाकर कम समय में अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं।