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विधानसभा में हंगामा, लहसुन की बोरी लेकर पहुंचे कांग्रेस विधायक

भोपाल, मध्यप्रदेश विधानसभा का 5 दिवसीय सत्र आज से शुरू हो गया है। लेकिन सत्र शुरू होने के पहले ही दिन कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। विधानसभा सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायक लहसुन लेकर विधानसभा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जमकर प्रदर्शन किया। कंधे पर लहसुन की बोरियां लाए विधायकों को विधानसभा के गेट पर रोका गया, तो वह लहसुन फेंककर गेट पर ही प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव, विधायक कुणाल चौधरी ने प्रदर्शन किया।

लहसुन की फसल के सही दाम न मिलने से नाराजगी
कांग्रेस विधायकों ने कहा कि बीजेपी सरकार विधायक तो खरीद सकती है, लेकिन लहसुन और किसान की उपज नहीं खरीद रही। दरअसल, मध्यप्रदेश की मंडियों में किसानों को लहसुन की फसल के सही दाम नहीं मिल रहे हैं। इसके चलते प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में किसान लहसुन को या तो नदियों में बहा रहे हैं या फि सड़कों पर फेंक रहे हैं। 

कृपया हमें लहसुन की लागत मूल्य ही दिलवाने की कृपा करें: जीतू पटवारी

विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले जीतू पटवारी ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 2020 में किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। लेकिन हाल ही में कृषि मंत्री ने दावा किया कि मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जहां आय दोगुनी हो गई। मैं और मेरे साथी विधानसभा में लहसुन लेकर आपके पास आ रहे हैं। कृपया हमें लागत मूल्य ही दिलवाने की कृपा करें। किसानों की मानें तो एक बीघा जमीन पर लहसुन के बीज खरीदने से लेकर मंडी तक ले जाने में करीब 30 हजार रुपये की लागत आती है। लेकिन लहसुन की कीमतें इतनी कम हैं कि प्रति बीघा नुकसान में ही लहसुन बेचना पड़ रहा है।

कमलनाथ ने बताया ये मुद्दे उठाएंगे
एजेंसी के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सोमवार रात पार्टी विधायकों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वे किसानों, भ्रष्टाचार, कुपोषण, बाढ़ प्रभावित लोगों को मुआवजा, यूरिया वितरण में अनियमितता और बांधों के निर्माण और खराब कानून व्यवस्था से संबंधित मुद्दों को विधानसभा में उठाएंगे। वहीं, कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सत्र शुरू होने से पहले सोमवार को कहा था कि शिवराज सिंह चौहान सरकार एक छोटा सत्र रखकर बेरोजगारी और मुद्रास्फीति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा से बचना चाहती है।

– देश-दुनिया तथा खेत-खलिहान, गांव और किसान के ताजा समाचार पढने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म गूगल न्यूज, फेसबुक, फेसबुक 1, फेसबुक 2,  टेलीग्राम,  टेलीग्राम 1, लिंकडिन, लिंकडिन 1, लिंकडिन 2, टवीटर, टवीटर 1, इंस्टाग्राम, इंस्टाग्राम 1, कू ऐप से जुडें- और पाएं हर पल की अपडेट.

विधानसभा में हंगामा, लहसुन की बोरी लेकर पहुंचे कांग्रेस विधायक

भोपाल, मध्यप्रदेश विधानसभा का 5 दिवसीय सत्र आज से शुरू हो गया है। लेकिन सत्र शुरू होने के पहले ही दिन कांग्रेस ने जमकर हंगामा किया। विधानसभा सत्र के पहले दिन कांग्रेस विधायक लहसुन लेकर विधानसभा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जमकर प्रदर्शन किया। कंधे पर लहसुन की बोरियां लाए विधायकों को विधानसभा के गेट पर रोका गया, तो वह लहसुन फेंककर गेट पर ही प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव, विधायक कुणाल चौधरी ने प्रदर्शन किया।

लहसुन की फसल के सही दाम न मिलने से नाराजगी
कांग्रेस विधायकों ने कहा कि बीजेपी सरकार विधायक तो खरीद सकती है, लेकिन लहसुन और किसान की उपज नहीं खरीद रही। दरअसल, मध्यप्रदेश की मंडियों में किसानों को लहसुन की फसल के सही दाम नहीं मिल रहे हैं। इसके चलते प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में किसान लहसुन को या तो नदियों में बहा रहे हैं या फि सड़कों पर फेंक रहे हैं। 

कृपया हमें लहसुन की लागत मूल्य ही दिलवाने की कृपा करें: जीतू पटवारी

विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले जीतू पटवारी ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 2020 में किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। लेकिन हाल ही में कृषि मंत्री ने दावा किया कि मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जहां आय दोगुनी हो गई। मैं और मेरे साथी विधानसभा में लहसुन लेकर आपके पास आ रहे हैं। कृपया हमें लागत मूल्य ही दिलवाने की कृपा करें। किसानों की मानें तो एक बीघा जमीन पर लहसुन के बीज खरीदने से लेकर मंडी तक ले जाने में करीब 30 हजार रुपये की लागत आती है। लेकिन लहसुन की कीमतें इतनी कम हैं कि प्रति बीघा नुकसान में ही लहसुन बेचना पड़ रहा है।

कमलनाथ ने बताया ये मुद्दे उठाएंगे
एजेंसी के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सोमवार रात पार्टी विधायकों की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वे किसानों, भ्रष्टाचार, कुपोषण, बाढ़ प्रभावित लोगों को मुआवजा, यूरिया वितरण में अनियमितता और बांधों के निर्माण और खराब कानून व्यवस्था से संबंधित मुद्दों को विधानसभा में उठाएंगे। वहीं, कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सत्र शुरू होने से पहले सोमवार को कहा था कि शिवराज सिंह चौहान सरकार एक छोटा सत्र रखकर बेरोजगारी और मुद्रास्फीति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा से बचना चाहती है।

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