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कृषि मंत्रालय और एमएसटीसी ने बनाया जैविक पोर्टल, जहां मिलेगा पूरा समाधान

नई दिल्ली, जैविक पोर्टल विश्व स्तर पर जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए एमएसटीसी के साथ  भारत सरकार के कृषि विभाग, कृषि मंत्रालय द्वारा विकसित किया गया है । यह जैविक किसानों को अपनी जैविक उपज बेचने और जैविक खेती एवं इसके लाभों को बढ़ावा देने के लिए वन स्टॉप सलूशन है। जैविक गेहूं , गन्ना, धान, आलु , मटर लगाने वाले सन इसके माध्यम से अपनी उपज बेच सकते हैं .इस पोर्टल पर लगभग 6 लाख किसान पंजीकृत रूप से  जुड़े हैं, सप्लायर और खरीददार भी इस पर पंजीकृत हैं।

यह पोर्टल जैविक खेती के सर्वांगीण विकास और संवर्धन के लिए क्षेत्रीय परिषदों, स्थानीय समूहों, व्यक्तिगत किसानों, खरीदारों, सरकारी एजेंसियों और इनपुट आपूर्तिकर्ताओं जैसे विभिन्न हितधारकों को जोड़ता है।

ज्ञान मंच
जैविक खेती पोर्टल एक ई-कॉमर्स पोर्टल के साथ-साथ एक ज्ञान मंच भी है। पोर्टल के नॉलेज रिपॉजिटरी सेक्शन में जैविक खेती को सुविधाजनक बनाने और बढ़ावा देने के लिए केस स्टडी, वीडियो, और सर्वश्रेष्ठ खेती के तरीके, सफलता की कहानियां और जैविक खेती से संबंधित अन्य सामग्री शामिल हैं। पोर्टल का ई-नीलामी सेक्शन अनाज, दालों, फलों और सब्जियों को समेकित कर जैविक उत्पादों की संपूर्ण श्रृंखला प्रस्तुत करता है।

खरीदार अब बहुत कम कीमतों पर पोर्टल के माध्यम से अपने दरवाजे पर जैविक उत्पादों का लाभ उठा सकते हैं। जैविक किसान इन सर्वोत्तम जैविक उत्पादों का उत्पादन करने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं और उन्हें बाजार की तुलना में बहुत कम कीमतों पर फार्म गेट के साथ-साथ डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कराते हैं।

इस पोर्टल के माध्यम से किसानों को अपने उत्पादों के सही  मूल्य मिलने  में मदद के लिए फॉरवर्ड नीलामी, प्राईस- क्वान्टिटी बिडिंग, बुक बिल्डिंग और रिवर्स नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से विभिन्न प्राईस डिस्कवरी मेकनिज़म्ज़ भी  है।

बिना लॉगिन के उत्पादों का चयन 
एक संभावित खरीदार बिना लॉगिन के उत्पादों का चयन कर सकते हैं, हालांकि जब वे उत्पाद खरीदने के लिए तैयार होते हैं, तो उन्हें पोर्टल में पंजीकरण या लॉगिन करना होगा।

खुद को पंजीकृत कर सकते हैं
एक व्यक्तिगत किसान पोर्टल में खुद को पंजीकृत कर सकते हैं। पंजीकरण के बाद किसान उत्पाद विवरण, वितरण मोड और भुगतान जानकारी भरकर ई-बाजार में अपना उत्पाद अपलोड कर सकते हैं।

समूह को पंजीकृत कर सकता है
एक किसान समूह कुल समूह को पंजीकृत कर सकता है। समूह के नेता को समूह पंजीकरण संख्या का उपयोग करके पोर्टल में पंजीकरण करना चाहिए। पंजीकरण के बाद, समूह के नेता समूह में स्वयं या अन्य किसानों की ओर से उत्पाद अपलोड कर सकते हैं।

बिडिंग
ई-बाजार से नियमित खरीद के अलावा, खरीदार विक्रेताओं द्वारा उपलब्ध कराए गए उत्पादों पर बोली लगाकर भी उत्पाद खरीद सकते हैं।

क्रेता गाइड
पोर्टल पर खरीददारों के लिए  वस्तु से संबंधित जानकारी (मसलन श्रेणी , मूल्य, वितरण मोड, राज्य, जिला और प्रमाण पत्र) के साथ उपलब्धता, लागत आदि जानकारी उपलब्ध रहती है.
अधिक  जानकारी के लिए jaivikkheti@mstcindia.co.in देख सकते हैं और कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव (आईएनएम), कृषि सहयोग और किसान कल्याण विभाग, कमरा नंबर 299, कृषि भवन, राजेंद्र प्रसाद रोड, नई दिल्ली -110001 से संपर्क कर सकते हैं ।

कृषि मंत्रालय और एमएसटीसी ने बनाया जैविक पोर्टल, जहां मिलेगा पूरा समाधान

नई दिल्ली, जैविक पोर्टल विश्व स्तर पर जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए एमएसटीसी के साथ  भारत सरकार के कृषि विभाग, कृषि मंत्रालय द्वारा विकसित किया गया है । यह जैविक किसानों को अपनी जैविक उपज बेचने और जैविक खेती एवं इसके लाभों को बढ़ावा देने के लिए वन स्टॉप सलूशन है। जैविक गेहूं , गन्ना, धान, आलु , मटर लगाने वाले सन इसके माध्यम से अपनी उपज बेच सकते हैं .इस पोर्टल पर लगभग 6 लाख किसान पंजीकृत रूप से  जुड़े हैं, सप्लायर और खरीददार भी इस पर पंजीकृत हैं।

यह पोर्टल जैविक खेती के सर्वांगीण विकास और संवर्धन के लिए क्षेत्रीय परिषदों, स्थानीय समूहों, व्यक्तिगत किसानों, खरीदारों, सरकारी एजेंसियों और इनपुट आपूर्तिकर्ताओं जैसे विभिन्न हितधारकों को जोड़ता है।

ज्ञान मंच
जैविक खेती पोर्टल एक ई-कॉमर्स पोर्टल के साथ-साथ एक ज्ञान मंच भी है। पोर्टल के नॉलेज रिपॉजिटरी सेक्शन में जैविक खेती को सुविधाजनक बनाने और बढ़ावा देने के लिए केस स्टडी, वीडियो, और सर्वश्रेष्ठ खेती के तरीके, सफलता की कहानियां और जैविक खेती से संबंधित अन्य सामग्री शामिल हैं। पोर्टल का ई-नीलामी सेक्शन अनाज, दालों, फलों और सब्जियों को समेकित कर जैविक उत्पादों की संपूर्ण श्रृंखला प्रस्तुत करता है।

खरीदार अब बहुत कम कीमतों पर पोर्टल के माध्यम से अपने दरवाजे पर जैविक उत्पादों का लाभ उठा सकते हैं। जैविक किसान इन सर्वोत्तम जैविक उत्पादों का उत्पादन करने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं और उन्हें बाजार की तुलना में बहुत कम कीमतों पर फार्म गेट के साथ-साथ डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कराते हैं।

इस पोर्टल के माध्यम से किसानों को अपने उत्पादों के सही  मूल्य मिलने  में मदद के लिए फॉरवर्ड नीलामी, प्राईस- क्वान्टिटी बिडिंग, बुक बिल्डिंग और रिवर्स नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से विभिन्न प्राईस डिस्कवरी मेकनिज़म्ज़ भी  है।

बिना लॉगिन के उत्पादों का चयन 
एक संभावित खरीदार बिना लॉगिन के उत्पादों का चयन कर सकते हैं, हालांकि जब वे उत्पाद खरीदने के लिए तैयार होते हैं, तो उन्हें पोर्टल में पंजीकरण या लॉगिन करना होगा।

खुद को पंजीकृत कर सकते हैं
एक व्यक्तिगत किसान पोर्टल में खुद को पंजीकृत कर सकते हैं। पंजीकरण के बाद किसान उत्पाद विवरण, वितरण मोड और भुगतान जानकारी भरकर ई-बाजार में अपना उत्पाद अपलोड कर सकते हैं।

समूह को पंजीकृत कर सकता है
एक किसान समूह कुल समूह को पंजीकृत कर सकता है। समूह के नेता को समूह पंजीकरण संख्या का उपयोग करके पोर्टल में पंजीकरण करना चाहिए। पंजीकरण के बाद, समूह के नेता समूह में स्वयं या अन्य किसानों की ओर से उत्पाद अपलोड कर सकते हैं।

बिडिंग
ई-बाजार से नियमित खरीद के अलावा, खरीदार विक्रेताओं द्वारा उपलब्ध कराए गए उत्पादों पर बोली लगाकर भी उत्पाद खरीद सकते हैं।

क्रेता गाइड
पोर्टल पर खरीददारों के लिए  वस्तु से संबंधित जानकारी (मसलन श्रेणी , मूल्य, वितरण मोड, राज्य, जिला और प्रमाण पत्र) के साथ उपलब्धता, लागत आदि जानकारी उपलब्ध रहती है.
अधिक  जानकारी के लिए jaivikkheti@mstcindia.co.in देख सकते हैं और कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव (आईएनएम), कृषि सहयोग और किसान कल्याण विभाग, कमरा नंबर 299, कृषि भवन, राजेंद्र प्रसाद रोड, नई दिल्ली -110001 से संपर्क कर सकते हैं ।

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