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कंठारी मिर्च की खेती आपको कर सकती है मालामाल, जानिए कैसे करें खेती 

भोपाल। किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए सरकार तरह तरह की योजनाएं ला रही है। किसान भी परंपरागत खेती के साथ आर्थिक लाभ के लिए खेती में नवाचार कर रहा है। आज का किसान मार्के के डिमांड के अनुसार खेती करने का प्रयास कर रहा है। कंठारी मिर्च या उल्टी मिर्च की खेती भी ऐसी की एक फसल है। इस खेती में मेहनत बहुत कम है और कमाई बहुत ज्यादा।  उल्टी मिर्च सिर्फ स्वाद में तीखी ही नहीं होती बल्कि किसानों की इससे जबरदस्त कमाई हो सकती है। कंठारी मिर्च या उल्टी मिर्च को बर्ड आई चिली के नाम से भी जाना जाता है।  इसकी अधिकांश खेती मेघालय, असम और केरल में की जाती है।  लेकिन इसका पूरे देश में व्यापक रूप से सेवन किया जाता है। कंठारी मिर्च या उल्टी मिर्च या बर्ड्स आई चिली इम्युनिटी के मामले में मिर्च की अन्य किस्मों से बेहतर है।

साल भर उगाया जा सकता है 
इसकी खेती में भी सामान्य मिर्च की तरह ही देखभाल और उर्वरक की जरूरत होती है। इसके लिए बहुत अधिक बारिश व गर्मी की जरूरत नहीं होती। ज्यादा बारिश से इसकी पैदावार में फर्क पड़ता है। इस मिर्च को उचित सिंचाई के साथ साल भर उगाया जा सकता है। मतलब किसान इसकी खेती कर साल भर निरंतर आय प्राप्त कर सकते हैं। इसका पौधा 6 साल से अधिक समय तक जीवित रहता है। इसकी पैदावार 4 साल तक लगातार अच्छी बनी रहती है। यह एक बार लगाने पर 4-5 महीने के बाद फल देने लगता है। 

एक एकड़ में हो सकती है 2,50,000 रुपये कमाई
एक एकड़ जमीन में कंठारी मिर्च या उल्टी मिर्च के लगभग 22,000 पौधे लगा सकते हैं प्रत्येक पौधा पहले 4-5 वर्षों तक 250 ग्राम की उपज देता है। इसके बाद उपज धीरे-धीरे घट जाती है और छठे वर्ष ताज खत्म होने लगती है। बर्ड आई चिली की औसत उपज लगभग प्रति एकड़ 2 टन से अधिक होती है। बाज़ार में इसकी कीमत 250 रुपये प्रति किलो है। एक तरह से आप इस मिर्च से कम से कम 2,50,000 रुपये हर साल कमा सकते हैं। 

कैसे की जाती है खेती
इसकी खेती जमीन या ग्रो बैग में बेसल खाद के रूप में गाय का गोबर या कम्पोस्ट डालकर शुरू की जा सकती है। इसको गर्मियों में पानी देना जरूरी होता है। बर्ड आई चिली की फसल पर कीट आमतौर पर हमला नहीं करते हैं। इसकी खास बात यह है कि यह चिली अपने आप में एक उत्कृष्ट जैव-कीटनाशक है। प्राचीन काल से, किसान कीटों को दूर करने के लिए मिर्च युक्त घोल का उपयोग करते थे। 

बीज से मिर्च कैसे उगाएं 
कंठारी मिर्च या बर्ड आई चिली की रोपाई से लेकर कटाई तक 2-3 महीने की आवश्यकता होती है। इसके बीज को  0.5-1 सेमी गहराई में बो सकते हैं। जब पौधा निकाल आए तो उसे खेत में रोपा सकते हैं। इसके बीजों को अंकुरित होने के लिए कम से कम 18 °C मिट्टी के तापमान की आवश्यकता होती है। इसके अलावा बीजों को अंकुरित होने के लिए नमी का इष्टतम स्तर होना महत्वपूर्ण है। किसान किसी विक्रेता से पौधे भी खरीद सकते हैं या बीजों से उगाए गए पौधों को खुद ही रोप सकते हैं। रोपाई का सही समय तब होता है जब वे 5-6 पत्ते विकसित कर लेते हैं और वे 15-30 सेमी की ऊंचाई तक पहुंच जाते हैं।

बारहमासी पौधा है 
बाजार में उपलब्ध सामान्य मिर्च और संकर किस्मों के विपरीत, बर्ड्स आई चिली या कंठारी मिर्च एक बारहमासी पौधा है जो 6 साल से अधिक समय तक जीवित रहता है। इसकी पैदावार 4 साल तक लगातार अच्छी बनी रहती है। यह एक बार लगाने पर 4-5 महीने के बाद पैदावार देने लगती है।

कंठारी मिर्च की खेती आपको कर सकती है मालामाल, जानिए कैसे करें खेती 

भोपाल। किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए सरकार तरह तरह की योजनाएं ला रही है। किसान भी परंपरागत खेती के साथ आर्थिक लाभ के लिए खेती में नवाचार कर रहा है। आज का किसान मार्के के डिमांड के अनुसार खेती करने का प्रयास कर रहा है। कंठारी मिर्च या उल्टी मिर्च की खेती भी ऐसी की एक फसल है। इस खेती में मेहनत बहुत कम है और कमाई बहुत ज्यादा।  उल्टी मिर्च सिर्फ स्वाद में तीखी ही नहीं होती बल्कि किसानों की इससे जबरदस्त कमाई हो सकती है। कंठारी मिर्च या उल्टी मिर्च को बर्ड आई चिली के नाम से भी जाना जाता है।  इसकी अधिकांश खेती मेघालय, असम और केरल में की जाती है।  लेकिन इसका पूरे देश में व्यापक रूप से सेवन किया जाता है। कंठारी मिर्च या उल्टी मिर्च या बर्ड्स आई चिली इम्युनिटी के मामले में मिर्च की अन्य किस्मों से बेहतर है।

साल भर उगाया जा सकता है 
इसकी खेती में भी सामान्य मिर्च की तरह ही देखभाल और उर्वरक की जरूरत होती है। इसके लिए बहुत अधिक बारिश व गर्मी की जरूरत नहीं होती। ज्यादा बारिश से इसकी पैदावार में फर्क पड़ता है। इस मिर्च को उचित सिंचाई के साथ साल भर उगाया जा सकता है। मतलब किसान इसकी खेती कर साल भर निरंतर आय प्राप्त कर सकते हैं। इसका पौधा 6 साल से अधिक समय तक जीवित रहता है। इसकी पैदावार 4 साल तक लगातार अच्छी बनी रहती है। यह एक बार लगाने पर 4-5 महीने के बाद फल देने लगता है। 

एक एकड़ में हो सकती है 2,50,000 रुपये कमाई
एक एकड़ जमीन में कंठारी मिर्च या उल्टी मिर्च के लगभग 22,000 पौधे लगा सकते हैं प्रत्येक पौधा पहले 4-5 वर्षों तक 250 ग्राम की उपज देता है। इसके बाद उपज धीरे-धीरे घट जाती है और छठे वर्ष ताज खत्म होने लगती है। बर्ड आई चिली की औसत उपज लगभग प्रति एकड़ 2 टन से अधिक होती है। बाज़ार में इसकी कीमत 250 रुपये प्रति किलो है। एक तरह से आप इस मिर्च से कम से कम 2,50,000 रुपये हर साल कमा सकते हैं। 

कैसे की जाती है खेती
इसकी खेती जमीन या ग्रो बैग में बेसल खाद के रूप में गाय का गोबर या कम्पोस्ट डालकर शुरू की जा सकती है। इसको गर्मियों में पानी देना जरूरी होता है। बर्ड आई चिली की फसल पर कीट आमतौर पर हमला नहीं करते हैं। इसकी खास बात यह है कि यह चिली अपने आप में एक उत्कृष्ट जैव-कीटनाशक है। प्राचीन काल से, किसान कीटों को दूर करने के लिए मिर्च युक्त घोल का उपयोग करते थे। 

बीज से मिर्च कैसे उगाएं 
कंठारी मिर्च या बर्ड आई चिली की रोपाई से लेकर कटाई तक 2-3 महीने की आवश्यकता होती है। इसके बीज को  0.5-1 सेमी गहराई में बो सकते हैं। जब पौधा निकाल आए तो उसे खेत में रोपा सकते हैं। इसके बीजों को अंकुरित होने के लिए कम से कम 18 °C मिट्टी के तापमान की आवश्यकता होती है। इसके अलावा बीजों को अंकुरित होने के लिए नमी का इष्टतम स्तर होना महत्वपूर्ण है। किसान किसी विक्रेता से पौधे भी खरीद सकते हैं या बीजों से उगाए गए पौधों को खुद ही रोप सकते हैं। रोपाई का सही समय तब होता है जब वे 5-6 पत्ते विकसित कर लेते हैं और वे 15-30 सेमी की ऊंचाई तक पहुंच जाते हैं।

बारहमासी पौधा है 
बाजार में उपलब्ध सामान्य मिर्च और संकर किस्मों के विपरीत, बर्ड्स आई चिली या कंठारी मिर्च एक बारहमासी पौधा है जो 6 साल से अधिक समय तक जीवित रहता है। इसकी पैदावार 4 साल तक लगातार अच्छी बनी रहती है। यह एक बार लगाने पर 4-5 महीने के बाद पैदावार देने लगती है।

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