कृषि वैज्ञानिकों ने बताया खेती में अन्तरवर्तीय फसल पद्धति का महत्व

कृषि वैज्ञानिकों  ने बताया खेती में अन्तरवर्तीय फसल पद्धति का महत्व

पन्ना, दिनांक 16 अक्टूबर 2022 को कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना एवं वल्र्ड विजन इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से विश्व खाद्य दिवस का आयोजन किया गया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डा. पी.एन. त्रिपाठी ने अनाज फसल के साथ-साथ दलहन, तिलहन एवं मोटे अनाज फसल की खेती एवं समन्वित फसल प्रणाली के साथ-साथ खेती में अन्तरवर्तीय फसल पद्धति अपनाने पर विशेष जोर दिया।

डा. आर.के. जायसवाल ने खाद्यान्न उत्पादन मं कृषि वैज्ञानिकों, अधिकारियों एवं कृषकों के योगदान पर प्रकाश डाला एवं फसलों में लगने वाली प्रमुख रोग, कीट व्याधि एवं उसके प्रबंधन के बारे में विस्तार से वर्णन किया। डा. रणविजय प्रताप सिंह ने उद्यानिकी फसलों एवं सब्जी उत्पादन की खेती के बारे में बताया। रितेश बागोरा ने मृदा स्वास्थ्य एवं संतुलित उर्वरक प्रबंधन के बारे में बताया।

कार्यक्रम में वल्र्ड विजन संस्था से जितेन्द्र जी एवं श्री निखिल जी सहित विक्रमपुर, जसवंतपुरा, द्वारी के प्रगतिशील कृषकों सहित 40 लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के अंत में कार्यालयीन परिसर स्थित ईकाइयों का भ्रमण कराया गया। 

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