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खाली पड़े खेत में गरमा जुताई के है 3 फायदे, अभी करें तो अगली फसल की चार गुनी होगी पैदावार, जानिये क्या है गरमा जुताई

इस समय रबी की फसल की कटाई हो चुकी है, और ज्यादातर किसानों के खेत खाली पड़े हैं। लेकिन अगर खेतों को ऐसे ही खाली छोड़ दिया तो खरीफ की फसल में दिक्कतें आ सकती है। जी हां और पैदावार कम हो सकती है। लेकिन अगर आपने अभी गरमा जुताई कर दिया तो इससे एक नहीं तीन फायदे होंगे।

दरअसल गरमा जुताई करने से खरीफ की फसल की पैदावार तो बढ़ेगी ही, साथ-साथ में कीटनाशक का इस्तेमाल भी कम करना पड़ेगा और केमिकल के इस्तेमाल से जो आपकी खेत की मिट्टी खराब हो रही है उससे भी बच जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार बता दे कि केमिकल वाली खाद का लगातार इस्तेमाल करने से 6 इंच तक की मिट्टी हार्ड हो जाती है, तो चलिए जानते हैं यह गरमा जुताई क्या है, इससे क्या फायदे हैं और यह हमें कब कैसे करनी चाहिए।

गरमा जुताई के फायदे

गरमा जुताई करने से खेतों में जान आ जाती है। जी हां आपको बता दे की गरमा जुताई से केमिकल की वजह से जो खेत की मिट्टी कड़ी हो रही है, वह ठीक हो जाती है। एक तरह से खेतों की मरम्मत हो जाती है। जिससे मिट्टी फिर से उपजाऊ होने लगती है। क्योंकि गरमा जुताई में कड़ी मिट्टी टूट जाती है। इसके अलावा गर्मी में जो कीड़े-मकोड़े जमीन के भीतर घुस के घर बना लिए हैं उनके घर टूटने के साथ-साथ वह कीड़े मकोड़े भी जोतने से समाप्त हो जाते हैं।

जिससे जब हम खरीफ के फसल की खेती करेंगे तो यह कीड़े पौधों को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। क्योंकि यह मिट्टी के भीतर रहते हैं और फसल लगने के बाद फसलों को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। इस तरह गर्मी में खाली पड़े खेत को जोत करके किसान इन कीड़े मकोड़े को खत्म करने के साथ-साथ मिट्टी को उपजाऊ बना सकते हैं। क्योंकि इससे क्या होगा की मिट्टी में हवा भी नीचे जाएगी और खरीफ की खेती लहलहायेगी। चलिए जानें गरमा जुताई करने का सही समय।

गरमा जुताई करने का सही समय

गरमा जुताई किसान रबी की फसल की कटाई के बाद मई महीने में कर सकते हैं। क्योंकि इस महीने में भयंकर गर्मी होती है। जिससे सारे कीड़े मकोड़े जमीन के भीतर मिलेंगे और जब खेतों को जोता जाएगा तो मिट्टी पलट जाएगी। उससे कीड़े-मकोड़े के घर के साथ-साथ वह भी नष्ट हो जाएंगे। इस तरह मई महीना बेहतर रहेगा तो अगर आपके खेत खाली पड़े हैं तो खेतों की जुदाई की तैयारी कर सकते हैं। अभी अप्रैल महीना चल रहा है, मई महीने में खेत जोत सकते है। इससे मिट्टी दोबारा से सही हो जाएगी।

खाली पड़े खेत में गरमा जुताई के है 3 फायदे, अभी करें तो अगली फसल की चार गुनी होगी पैदावार, जानिये क्या है गरमा जुताई

इस समय रबी की फसल की कटाई हो चुकी है, और ज्यादातर किसानों के खेत खाली पड़े हैं। लेकिन अगर खेतों को ऐसे ही खाली छोड़ दिया तो खरीफ की फसल में दिक्कतें आ सकती है। जी हां और पैदावार कम हो सकती है। लेकिन अगर आपने अभी गरमा जुताई कर दिया तो इससे एक नहीं तीन फायदे होंगे।

दरअसल गरमा जुताई करने से खरीफ की फसल की पैदावार तो बढ़ेगी ही, साथ-साथ में कीटनाशक का इस्तेमाल भी कम करना पड़ेगा और केमिकल के इस्तेमाल से जो आपकी खेत की मिट्टी खराब हो रही है उससे भी बच जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार बता दे कि केमिकल वाली खाद का लगातार इस्तेमाल करने से 6 इंच तक की मिट्टी हार्ड हो जाती है, तो चलिए जानते हैं यह गरमा जुताई क्या है, इससे क्या फायदे हैं और यह हमें कब कैसे करनी चाहिए।

गरमा जुताई के फायदे

गरमा जुताई करने से खेतों में जान आ जाती है। जी हां आपको बता दे की गरमा जुताई से केमिकल की वजह से जो खेत की मिट्टी कड़ी हो रही है, वह ठीक हो जाती है। एक तरह से खेतों की मरम्मत हो जाती है। जिससे मिट्टी फिर से उपजाऊ होने लगती है। क्योंकि गरमा जुताई में कड़ी मिट्टी टूट जाती है। इसके अलावा गर्मी में जो कीड़े-मकोड़े जमीन के भीतर घुस के घर बना लिए हैं उनके घर टूटने के साथ-साथ वह कीड़े मकोड़े भी जोतने से समाप्त हो जाते हैं।

जिससे जब हम खरीफ के फसल की खेती करेंगे तो यह कीड़े पौधों को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। क्योंकि यह मिट्टी के भीतर रहते हैं और फसल लगने के बाद फसलों को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। इस तरह गर्मी में खाली पड़े खेत को जोत करके किसान इन कीड़े मकोड़े को खत्म करने के साथ-साथ मिट्टी को उपजाऊ बना सकते हैं। क्योंकि इससे क्या होगा की मिट्टी में हवा भी नीचे जाएगी और खरीफ की खेती लहलहायेगी। चलिए जानें गरमा जुताई करने का सही समय।

गरमा जुताई करने का सही समय

गरमा जुताई किसान रबी की फसल की कटाई के बाद मई महीने में कर सकते हैं। क्योंकि इस महीने में भयंकर गर्मी होती है। जिससे सारे कीड़े मकोड़े जमीन के भीतर मिलेंगे और जब खेतों को जोता जाएगा तो मिट्टी पलट जाएगी। उससे कीड़े-मकोड़े के घर के साथ-साथ वह भी नष्ट हो जाएंगे। इस तरह मई महीना बेहतर रहेगा तो अगर आपके खेत खाली पड़े हैं तो खेतों की जुदाई की तैयारी कर सकते हैं। अभी अप्रैल महीना चल रहा है, मई महीने में खेत जोत सकते है। इससे मिट्टी दोबारा से सही हो जाएगी।

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