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किसानो को धनवान बनाएगी ये खेती, बहुत कम दिनों में हो जाओगे मालामाल

किसानो को धनवान बनाएगी ये खेती, बहुत कम दिनों में हो जाओगे मालामाल खेती से अच्छा मुनाफा कमाने की चाह रखने वाले किसानों के लिए रागी की उन्नत किस्म VL-352CS एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरी है। इस किस्म की खेती करने से किसानों को कम समय में ज्यादा उत्पादन मिलता है और लागत के मुकाबले कई गुना ज्यादा मुनाफा होता है। VL-352CS एक तेजी से तैयार होने वाली, रोग प्रतिरोधक किस्म है जो सामान्य रागी की तुलना में बेहतर पैदावार देती है। इसके कारण किसान इसकी तरफ तेजी से आकर्षित हो रहे हैं।

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कैसे करें VL-352CS रागी की खेती

VL-352CS किस्म की खेती के लिए ऐसी जमीन का चयन करें जिसमें अच्छी जल निकासी और उपजाऊ मिट्टी हो। खेत की गहरी जुताई करें और गोबर की खाद डालें ताकि मिट्टी में जैविक गुण बढ़ सकें। इसकी बुवाई के लिए जैविक खाद का उपयोग सबसे अच्छा माना जाता है। बुवाई के बाद यह फसल करीब 90 दिनों में तैयार हो जाती है। कम समय में तैयार होने वाली यह किस्म खेती में समय और लागत दोनों की बचत करती है।

Also Read :- जैविक खेती: मिट्टी, मानव और ग्रह के स्वास्थ्य में भी सुधार का रास्ता

उत्पादन और मुनाफा

VL-352CS किस्म की रागी की खेती करने पर प्रति एकड़ 10 से 12 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त होता है। इससे किसान लाखों रुपये की आमदनी कर सकते हैं। यह किस्म उन किसानों के लिए फायदेमंद है जो कम लागत में अधिक उपज चाहते हैं। इसकी खेती न सिर्फ फायदेमंद है बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है। किसान भाई इसे अपनाकर अच्छी आमदनी कर सकते हैं।

किसानो को धनवान बनाएगी ये खेती, बहुत कम दिनों में हो जाओगे मालामाल

किसानो को धनवान बनाएगी ये खेती, बहुत कम दिनों में हो जाओगे मालामाल खेती से अच्छा मुनाफा कमाने की चाह रखने वाले किसानों के लिए रागी की उन्नत किस्म VL-352CS एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरी है। इस किस्म की खेती करने से किसानों को कम समय में ज्यादा उत्पादन मिलता है और लागत के मुकाबले कई गुना ज्यादा मुनाफा होता है। VL-352CS एक तेजी से तैयार होने वाली, रोग प्रतिरोधक किस्म है जो सामान्य रागी की तुलना में बेहतर पैदावार देती है। इसके कारण किसान इसकी तरफ तेजी से आकर्षित हो रहे हैं।

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कैसे करें VL-352CS रागी की खेती

VL-352CS किस्म की खेती के लिए ऐसी जमीन का चयन करें जिसमें अच्छी जल निकासी और उपजाऊ मिट्टी हो। खेत की गहरी जुताई करें और गोबर की खाद डालें ताकि मिट्टी में जैविक गुण बढ़ सकें। इसकी बुवाई के लिए जैविक खाद का उपयोग सबसे अच्छा माना जाता है। बुवाई के बाद यह फसल करीब 90 दिनों में तैयार हो जाती है। कम समय में तैयार होने वाली यह किस्म खेती में समय और लागत दोनों की बचत करती है।

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उत्पादन और मुनाफा

VL-352CS किस्म की रागी की खेती करने पर प्रति एकड़ 10 से 12 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त होता है। इससे किसान लाखों रुपये की आमदनी कर सकते हैं। यह किस्म उन किसानों के लिए फायदेमंद है जो कम लागत में अधिक उपज चाहते हैं। इसकी खेती न सिर्फ फायदेमंद है बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है। किसान भाई इसे अपनाकर अच्छी आमदनी कर सकते हैं।

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