वेटरनरी पाठ्यक्रमों की फीस में 50 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा

जबलपुर। मध्यप्रदेश में संचालित वेटरनरी पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को नए शैक्षणिक सत्र से ज्यादा फीस भुगतान करनी होगी। वेटरनरी विश्वविद्यालय जबलपुर ने अपने डिग्री, डिप्लोमा समेत पीजी और पीएचडी पाठ्यक्रमों की फीस में 50 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा कर दिया है। इसका असर 2022-23 से शुरू हो रहे नए शैक्षणिक सत्र में प्रवेश लेने वाले नए विद्यार्थियों की फीस पर होगा। प्रदेश में तीन वेटरनरी जबलपुर, महू, रीवा और पांच डिप्लोमा कालेज जबलपुर, रीवा, मुरैना, भोपाल और महू हैं, जिसमें हर साल लगभग एक हजार से ज्यादा विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं। इस बार विश्वविद्यालय प्रशासन ने डिग्री और डिप्लोमा की सीटों में इजाफा करने के साथ ही फीस में भी इजाफा किया है। वेटरनरी कौंसिल आफ इंडिया के मापदंड को पूरा करने के लिए विवि प्रशासन ने हाल ही में तीनों वेटरनरी कालेज में तकनीकी पदों में भर्ती की। इस दौरान लगभग 100 से ज्यादा असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के पद भरे हैं। अब इन्हें वेतन देने और इनके अन्य भत्तों का भुगतान करने विश्वविद्यालयों को हर माह एक करोड़ की अतिरिक्त राशि चाहिए। जल्द ही विवि प्रशासन डिप्लोमा के स्वीकृत तकनीकी पदों को भरने जा रहा है।
किसकी-कितनी बढ़ी फीस
बैचलर आफ वेटरनरी साइंस पाठ्यक्रम में पहले हर साल लगभग 50 हजार फीस थी, जो अब लगभग 75 हजार हो गई।
डिप्लोमा आफ वेटरनरी साइंस पाठ्यक्रम में पहले हर साल लगभग 33 हजार फीस थी, जो अब 55 हजार हो गई।
वेटरनरी पीजी और पीएचडी की फीस में भी लगभग 50 प्रतिशत का इजाफा किया गया है।
पुराने विद्यार्थियों को मिली राहत
विवि के विभिन्न पाठ्यक्रमों में वर्तमान में लगभग तीन हजार से ज्यादा विद्यार्थी हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इनकी फीस में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इन्हें पुरानी फीस ही देनी होगी, जिससे छात्रों में खुशी है। हालांकि नए सत्र में प्रवेश लेने वाले नए विद्यार्थियों को अब ज्यादा फीस देकर कोर्स करना होगा।
-विश्वविद्यालय ने सभी पाठ्यक्रमों की फीस में इजाफा किया है। नए सत्र से प्रवेश लेने वाले नए विद्यार्थियों को ही बढ़ी फीस देनी होगी। हालांकि पुराने विद्यार्थियों की फीस में कोई बदलाव नहीं किया है।
-डॉ.एसके जोशी, कुलसचिव, वेटरनरी विवि, जबलपुर
बोर्ड की सहमति, अब होगी लागू
वेटरनरी विश्वविद्यालय की बोर्ड बैठक में सभी सदस्यों ने फीस वृद्धि को लागू करने के लिए अपनी सहमति दे दी है। सभी ने एक मत से इस प्रस्ताव को स्वीकार किया। दरअसल, विश्वविद्यालय की स्थापना 2009 में हुई, तब से अब तक किसी भी वेटरनरी पाठ्यक्रम की फीस नहीं बढ़ाई गई। पहली बार वेटरनरी प्रशासन ने डिग्री से लेकर डिप्लोमा, पीजी और पीएचडी पाठ्यक्रम की बढ़ाई गई फीस से सीधे 50 से 60 प्रतिशत तक फीस बढ़ गई है। इधर, विवि प्रशासन के मुताबिक फीस वृद्धि करने की मुख्य वजह विश्वविद्यालय के बढ़ते खर्चे हैं।