सस्ती होगी तुअर दाल, एक अप्रेल से टैक्स में छूट

सस्ती होगी तुअर दाल, एक अप्रेल से टैक्स में छूट

भोपाल। प्रदेश में बंद पड़ी दाल मिलों को जल्द ही पुन: चालू किया जाएगा। कृषि मंत्री कमल पटेल ने इसका संकेत दिया है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश में जो दाल मिलें बंद पड़ी हुई है। उन्हें हम मंथन करने के बाद पुन: चालू करवाएंगे। वहीं मंत्री ने घोषणा की है कि तुअर दाल के दाम जल्द ही कम होंगे। एक अप्रेल से तुअर दाल पर मंडी टैक्स नहीं लगेगा जिससे दाल की कीमतें कम हो सकती हैं।

मंडी शुल्क के कारण दालों की कीमतें

दरअसल मप्र में मंडी शुल्क के कारण दालों की कीमतें ऊंची हो जाती है। इस वजह से देश के अन्य राज्यों में मप्र की दालें बिक नहीं पाती हैं। मंत्री पटेल ने कहा कि व्यापारियों को व्यापार करने में कठिनाई न आए और जो विसंगतियां हैं। इसके लिए सरकार उन्हें दूर करने का प्रयास करेगी। मध्यप्रदेश में दलहन का उत्पादन कम होता है। दाल बनाने के लिए प्रदेश की दाल इंडस्ट्रीज को देश के अन्य प्रदेशों से खड़ा दलहन मंगवाना पड़ता है। महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों में उनके राज्य के बाहर से तुअर सहित अन्य दलहनों की खरीद कर दाल बनाने पर मंडी शुल्क नहीं लगता है। अन्य राज्यों की दालें इस वजह से मध्यप्रदेश की तुलना में दो रुपये प्रति किलो कम कीमत पर बिकती हैं। मध्यप्रदेश में मंडी शुल्क के कारण कीमतें ऊंची हो जाती है। इस कारण मप्र की दालें बिक नहीं पाती हैं। यही कारण है कि दाल मिलर्स पड़ोसी राज्यों के समान ही मध्यप्रदेश में भी राज्य के बाहर से दाल बनाने के लिए मंगाई जाने वाली दलहनों पर मंडी शुल्क से छूट मांग रहे थे। दाल मिल एसोसिएशन के अनुसार बढ़ती महंगाई के बीच उपभोक्ताओं के हित में भी यह छूट जरूरी है।

एक अप्रैल से शुल्क में छूट
अब कृषि मंत्री ने इस बारे में स्पष्ट घोषणा कर दी है। एक अप्रैल से शुल्क में छूट दी जाएगी। हालांकि अधिसूचना जारी होने के बाद ही स्पष्ट होगा कि शुल्क कितना कम किया जा रहा है। मंडी टैक्स के कारण कटनी की कई दाल मिलें छत्तीसगढ़ तथा अन्य प्रदेशों में चली गईं हैं। बता दें कि 100 रुपए पर 1.70 रुपए मंडी टैक्स लगता है। इससे मिलर्स को घाटा हो रहा है। अन्य प्रदेशों में इसकी छूट है।