इंदौर के लिए गौभक्तों ने जुटाई पानी की 30 टंकियां

इंदौर के लिए गौभक्तों ने जुटाई पानी की 30 टंकियां

टंकियों की मदद से 24 घंटे मिलेगा पीने का पानी

इंदौर, गौभक्त गर्मी में गौमाता की प्यास बुझाएंगे। इसके लिए भक्तों ने एक-दूसरे को संदेश भेजकर अब तक 30 टंकियां एकत्र कर ली हैं। इन टंकियों को उपयोग जिले की उन जरूरतमंद गौशालाओं में किया जाएगा, जहां गर्मी के दिनों में गायों को पानी की बूंद-बूंद के लिए संघर्ष करना पड़ता है। एक हजार लीटर पानी की क्षमता वाली इन टंकियों का नि:शुल्क वितरण इसी माह किया जाएगा। इस ग्रीष्मकाल में लक्ष्य 50 टंकियों के वितरण का है। 

मां पराम्बा गौभक्त मंडल के तत्वावधान में शहर के कुछ गौभक्तों ने अपने स्तर पर यह अनूठी पहल शुरू की है। गौरतलब है कि अधिकांश गौशालाओं में पानी की ठेल पर गायें या तो आपस में पहले पानी पीने के लिए लड़ती हैं या ठेल का पानी खत्म होने पर प्यासी ही रह जाती हैं। इन टंकियों को गौशाला के विद्युत पंप से जोड़कर ठेल तक पाईप लाईन की मदद से जैसे ही पानी खाली होगा, फिर से भर दिया जाएगा। इस तरह अब गायों को पूरे वर्ष 24 घंटे पर्याप्त पानी मिल सकेगा। इससे पानी का अपव्यय भी बच जाएगा। इस पूरी योजना को उन्होंने 'गौ प्याऊÓ नाम दिया है। 

हर टंकी में एक हजार की छूट

फिलहाल शहर के गौभक्तों की ओर से 30 टंकियां प्राप्त हो चुकी हैं जो गौकुलम गौशाला रेशम केंद्र पर रखी गई हैं। इन टंकियों के लिए दानदाताओं ने भुगतान सीधे टंकी विक्रेता पूरणमल मुरारीलाल पालड़ीवाल के खाते में आरटीजीएस किया है। भक्त मंडल ने किसी भी तरह की नगद राशि हाथ में नहीं ली है। टंकी विक्रेता ने भी इस संकल्प के लिए प्रत्येक टंकी पर एक हजार रुपए की रियायत दी है। 

अभी इन्होंने  दी सहमति

अब तक इन टंकियों के लिए लक्ष्मीबाई जगदीशचंद्र होलानी, मोहनी देवी मदनलाल समदानी चेरिटेबल ट्रस्ट मुंबई, दिलीप जैन सेक्रेटरी परिवार कुक्षी, द्वारकेश दुबे मित्र मंडल, अरिहंत रानी नाहर, विशाल नाहर मुंबई, मुदित मकवाना, पुनीत खंडेलवाल, मनीष धारीवाल, राजेश अग्रवाल, कपिल महाराज, विवेक पाठक, चंद्रभूषण आदि ने लाभार्थी बनने पर सहमति प्रदान की है। 
साढ़े तीन हजार गायों को मिलेगा पीने का पानी जो टंकियां गुप्त दान के रूप में प्राप्त हुई हैं, उन पर गौरक्षक संत एवं देश के शहीदों के नाम अंकित किए जाएंगे। जिन गौशाला में इन टंकियों के माध्यम से गायों को जल वितरण की व्यवस्था लागू की जाएगी, उनमें आदिनाथ जैन गौशाला गांधी नगर में 100, श्री ओमानंद गौशाला देवधरम में 80, रामकृष्ण रामस्नेही गौशाला हातोद में 150, गोकुलम गौशाला रेशम केंद्र पर 40, श्रीकृष्ण बलदाऊ गौधाम सिकंदरी में 250, गंगा गौशाला गंगाजलखेड़ी में 175, अटल हनुमान गौधाम गौशाला देवड़ाखेड़ी में 250, धरावराधाम गौशाला में 400, श्रीराम-जानकी गौसेवा समिति बेटमा में 475, श्रीमद ओम गायत्री गौशाला कजलीगढ़ में 250, ओखलेश्वर गौशाला में 45, देपालपुर स्थित चौवीस अवतार मंदिर पर 100, मुरारीलाल तिवारी गौशाला उज्जैन रोड 327, संत ज्ञानीजी की गौशाला कनवासा में 80, गौतमपुरा गौशाला पर 100, गोमती परमधाम गौशाला खातेगांव पर 200 एवं मधुसूदन गौशाला धामनदा पर 400, श्रीमद भागवत सेवा गौशाला कैलोद करताल पर 40 गौवंश के लिए इन टंकियों की मदद से गौवंश को पूरे वर्ष भर 24 घंटे पानी मिल सकेगा, जिससे मोटे तौर पर साढे तीन हजार से अधिक गायों की प्यास बूझ सकेगी।  

'गौ प्याऊ योजना तहत देपालपुर तहसील की आठ, सांवेर की 5, इंदौर की 14, देवास की एक, राजगढ़ जिले की एक, ओंकारेलश्वर की एक, इस तरह 30 गौशालाओं को पहले चरण में ये टंकियां भेंट की जा रही हैं। ताकि इनकी मदद से गौशालाओं की ठेल (वह टंकी जिसमें गोवंश मुंह डालकर पानी पीते हैं) को पानी से हमेशा भरा रखा जा सके। 
अमोल कुमार जिंदानी, संयोजक, भक्त मंडल