अपने इस्तेमाल की बिजली खुद बनाता है मोढेरा गांव, बनेगा देश का पहला सोलर विलेज
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को गुजरात के दौरे पर होंगे। पीएम मोदी 9 से 11 अक्टूबर के बीच अपने गृह राज्य गुजरात में होंगे। अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान पीएम मोदी गुजरात में 14,500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। मेहसाना के मोढेरा के पास तैयार किए गए सोलर प्लांट से पास के 3 गांवों के घरों में बिजली पहुंचाई जा रही है। पिछले कुछ समय से इसकी टेस्टिंग हो रही थी, लेकिन अब प्रोजेक्ट पूरा तैयार हो गया है। सुजानपुरा में 12 हेक्टर जमीन पर यह प्लांट लगाया गया है। सुजानपुरा में सौर ऊर्जा से जो बिजली उत्पन्न होती है वह डीसी करंट होती है। उसे एसी करंट में तब्दील किया जाता है और उसके बाद इस बिजली को स्टोर करके ग्रिड में भेजा जाता है। पीएम मोदी के इस दौरे के दौरान ही मेहसाना जिले का मोढेरा गांव देश का पहला सोलर विलेज बनेगा। .
मोढेरा में सूर्य मंदिर भी स्थित
प्रधानमंत्री मोदी रविवार को मेहसाना जिले के मोढेरा गांव को देश का पहला सोलर विलेज घोषित करेंगे। यह 24 घंटे सौर ऊर्जा से चलने वाला देश का पहला गांव होगा। अपनी तरह की यह पहली परियोजना है जो प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ ऊर्जा के दृष्टिकोण को साकार करती है। मोढेरा में सूर्य मंदिर भी स्थित है। प्रधानमंत्री यहां दो मंदिरों में पूजा-अर्चना भी करेंगे।
#WATCH | Glimpses from the spectacular light and sound show at Sun Temple in Modhera, Gujarat which will begin with Prime Minister Narendra Modi's visit on 9th October. pic.twitter.com/gg08trCUmT
— ANI (@ANI) October 8, 2022
1,300 से अधिक सौर पैनल लगाए गए
समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक मोढेरा गांव में स्वच्छ ऊर्जा परियोजना के तहत जमीन पर एक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया है। मोढेरा गांव में सभी आवासीय एवं सरकारी इमारतों की छतों पर 1,300 से अधिक सौर पैनल लगाए गए हैं। सभी पैनल बैटरी ऊर्जा संरक्षण प्रणाली के जरिये आपस में जुड़े हुए हैं।
बिजली के बिल न के बराबर
इस परियोजना की खास बात यह है कि मोढेरा गांव के हर मकान को इसी से बिजली की आपूर्ति होती है। यानी यह गांव खुद अपने इस्तेमाल की बिजली बनाता है। इस योजना के कारण घरों में बिजली के बिल मामूली या न के बराबर आने लगे हैं।
आम लोगों को सशक्त बना सकती है अक्षय ऊर्जा
केंद्र सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह परियोजना देश की दूरगामी जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। यह परियोजना दर्शाएगी कि कैसे भारत की अक्षय ऊर्जा क्षमता आम लोगों को सशक्त बना सकती है। यह परियोजना उस भविष्य की तस्वीर है जिसमें देश का हर गांव स्वच्छ बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बन सकता है।
सुजानपुर और समलानापरा के 1383 मकानों में सौर ऊर्जा से बिजली की आपूर्ति
रिपोर्टों के मुताबिक मोढेरा ही नहीं बल्कि सुजानपुर और समलानापरा के 1383 मकानों में सौर ऊर्जा से बिजली की आपूर्ति की जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर विश्व प्रसिद्ध मोढेरा सूर्य मंदिर में 3-डी प्रोजेक्शन मैपिंग शो और हेरिटेज लाइटिंग का आयोजन किया जाएगा। इसमें इस्तेमाल होने वाली बिजली भी इसी सौर ऊर्जा परियोजना से आएगी। रिपोर्ट के मुताबिक मोढेरा देश का पहला ऐसा आधुनिक गांव घोषित होने जा रहा है जहां सौर आधारित इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन की सुविधा मौजूद है।
आम लोगों की सौर ऊर्जा में दिलचस्पी बढ़ी
हाल ही में इंस्टीट्यूट फार एनर्जी इकोनामिक्स एंड फाइनेंशियल एनालिसिस (आइईईएफए) की एक रिपोर्ट आई थी। इस रिपोर्ट में यह उम्मीद जताई गई है कि वित्त वर्ष 2022-23 तक भारत की घरेलू रूफटाप (छत पर लगाए जानेवाले सोलर पैनल) क्षमता में 60 फीसद तक इजाफा हो जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि जागरूकता के प्रसार के चलते आम लोगों की सौर ऊर्जा में दिलचस्पी बढ़ी है।