कृषि विज्ञान केन्द्र जावरा जावरा द्वारा कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा का आयोजन
रतलाम, कृषि विज्ञान केन्द्र जावरा द्वारा कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा का आयोजन किया गया इस अवसर पर भारतीय उद्यानिकी अनुसंधान संस्थान बेंगलुरु द्वारा वर्चुअल माध्यम से चल रहे मेला का सीधा प्रसारण दिखाने एवं उस मेले में पधारे वैज्ञानिकों द्वारा सीधी वैज्ञानिक किसान परिचर्चा भी आयोजित की गई ।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ रोहताष सिंह भदौरिया द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा एवं ग्रीष्मकालीन सब्जियों एवं फलों की खेती किस प्रकार की जाए जानकारी दी गई, उक्त कार्यक्रम में केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉक्टर सर्वेश त्रिपाठी द्वारा मृदा स्वास्थ्य कार्ड के लाभ एवं कार्ड को किस प्रकार उपयोग में लाना ह विषय पर जानकारी देते हुए कृषक आय दोगुनी करने की तकनीक पर जानकारी दी गई।
साथ ही वर्तमान समय में उद्यानिकी फसलों की उन्नत किस्मों ,उद्यानिकी फसलों में रोग कीट एवं उन्नत बीज प्राप्त करने के स्रोत की जानकारी आदान प्रदान की गई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रगतिशील किसान धीरज सिंह सरसी जी ने किया। उनके द्वारा लहसुन के अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए किस प्रकार खेत की तैयारी करें पर विस्तृत चर्चा किया गया। वैज्ञानिक डॉ सुशील कुमार द्वारा क्षेत्र के लिए बकरी की सिरोही नस्ल किस प्रकार वरदान साबित हो सकती है और गाय के ।2 दूध किस प्रकार मानवीय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होगा बताया गया । डॉक्टर चतरा राम कांटवा द्वारा समन्वित कृषि प्रणाली किस प्रकार सीमित जोत में लाभकारी हो सकती है पर चर्चा की।
साथ ही डॉक्टर रामधन घसवा द्वारा कृषि में उपयोगी विभिन्न ऐप की जानकारी दी गई एवं डॉ ज्ञानेंद्र प्रताप तिवारी द्वारा खाद्यान्न एवं उद्यानिकी की फसल भंडारण में लगने वाले विभिन्न कीट नियंत्रण हेतु सुझाव दिए गए ।
कार्यक्रम में 45 से अधिक विभिन्न गांवों से कृषक ने कार्यक्रम में भागीदारी किया, कार्यक्रम के अन्त में डॉ बरखा शर्मा द्वारा सभी अतिथियों एवं किसानों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।