कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कैसे स्वरोजगार का साधन मशरूम उत्पादन
vandna parmar
उज्जैन, कृषि विज्ञान केन्द्र, उज्जैन द्वारा कौशल विकास प्रषिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत मशरूम उत्पादन तकनीकी द्वारा आजीविका सुरक्षा विषय पर पांच दिवसीय प्रषिक्षण कार्यक्रम का आयोजन दिनांक 12 से 16 दिसम्बर 2022 तक डा. आर.पी.शर्मा, प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख के मार्गदर्शन में सफल आयोजन किया गया।
करके सीखो देखकर विश्वास करो
डा. आर.पी.शर्मा संस्था प्रमुख द्वारा स्वागत भाषण में कार्यक्रम आयोजन का उद्देष्य एवं युवाओं के लिये यह कार्यक्रम किस तरह स्वरोजगार का साधन हो सकता है के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी। डा. एच.आर. जाटव, वैज्ञानिक कृषि विस्तार द्वारा मशरूम के प्रकार, मशरूम उत्पादन तकनीकी प्रयोगिक कार्य जैसे मशरूम उत्पादन के लिये माध्यमम तैयार करना, माध्यम में बीजाई करना (स्पान डालना) आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी, जिससे प्रसार शिक्षा के महत्वपूर्ण सिद्धांत “करके सीखो देखकर विश्वास करो” के आधार पर प्रतिभागी प्रशिक्षण में कौशल प्राप्त कर एक सफल उद्यमी बन सके।
कीट एवं रोगों का जैविक तरीके से कैसे प्रबंधन किया जाए
डा. डी.के, सुर्यवंषी वैज्ञानिक पौध संरक्षण द्वारा मशरूम में लगने वाले विभिन्न कीट एवं रोगों का जैविक तरीके से कैसे प्रबंधन किया जाए के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। डा. डी.एस. तोमर, वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान द्वारा मशरूम उत्पादन का अर्थशास्न्न् एवं मशरूम उत्पादन में लगने वाली लागत के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। डा. एस.के.कौषिक, वरिष्ठ वैज्ञानिक पौध प्रजनन द्वारा मशरूम उत्पादन में सहयोगी संस्थान एवं मषरूम स्पान के स्त्रोत के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी।
मशरूम में मूल्य संवर्धन कर कैसे मूल्य को बढाया जाये
डा. रेखा तिवारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक गृह विज्ञान द्वारा मशरूम में मूल्य संवर्धन कर कैसे मूल्य को बढाया जाये के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी, डा.. मोनी सिंह, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी, गृह विज्ञान द्वारा मशरूम एवं मशरूम उत्पाद जैसे मशरूम अचार, मषरूम पापड़, मषरूम नगेटस, मशरूम चिप्स आदि उत्पादों को बनाने की विधियांे के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी साथ ही मशरूम में पाए जाने वाले विभिन्न पोषक तत्वों के बारे में भी बताया गया।
मशरूम उत्पादन पर वीडियो फिल्म दिखाई
गजाला खान, वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी, कम्प्यूटर र्साइंस द्वारा मशरूम उत्पादन पर वीडियो फिल्म दिखाई गई साथ ही मशरूम के आनलाईन मार्केटिंग के बारे में जानकारी दी गयी। राजेन्द्र गवली, तकनीकी अधिकारी मृदा विज्ञान के द्वारा मशरूम की गुणवत्ता एवं विशेषता के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी।
इस कार्यक्रम में जिले के उज्जैन, तराना, घट्टिया, महिदपुर, बड़नगर, खादरौद, विकासखण्ड के 40 ग्रामीण युवाओं ने भाग लेकर मशरूम उत्पादन की तकनीकी के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की गई। कार्यक्रम को सफल बनाने में अजय गुप्ता सपना सिंह बाबु लाल राजेश वर्मा एवं पंकज का विशेष योगदान रहा।